नन बैंकिंग कंपनी पर छापा, सील
झुमरीतिलैया : शहर के ओवर ब्रिज के पास स्थित केदारमणि कॉम्प्लेक्स में संचालित नन बैंकिंग कंपनी ग्रामीण सेवा कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड पर जिला प्रशासन ने मंगलवार को छापा मारा. एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार के नेतृत्व में पहुंची टीम ने शाखा प्रबंधक से उक्त कंपनी के संचालन से संबंधित जानकारी मांगी. संतोषजनक जवाब व कागजात […]
झुमरीतिलैया : शहर के ओवर ब्रिज के पास स्थित केदारमणि कॉम्प्लेक्स में संचालित नन बैंकिंग कंपनी ग्रामीण सेवा कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड पर जिला प्रशासन ने मंगलवार को छापा मारा. एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार के नेतृत्व में पहुंची टीम ने शाखा प्रबंधक से उक्त कंपनी के संचालन से संबंधित जानकारी मांगी.
संतोषजनक जवाब व कागजात प्रस्तुत नहीं किये जाने पर कंपनी की शाखा को सील कर दिया गया.टीम ने कैश बुक, अकाउंट, ओपनिंग रजिस्टर, मेंबर रजिस्टर आदि को जब्त किया. एसडीओ श्री बरदियार ने बताया कि कंपनी की ओर से सही कागजात पेश नहीं किया गया. उक्त कंपनी का कॉरपोरेट आॅफिस व रजिस्टड आॅफिस अलग-अलग संचालित है. जानकारी मिली है कि एजेंट के माध्यम से यहां लोगों को पैसा जमा करने के लिए बोला जाता था. लोग जो पैसा यहां जमा कर रहे थे, उसका हिसाब भी सही नहीं है. ऐसे में शाखा को सील कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि शाखा प्रबंधक अशोक पाल निवासी देवी मंडप रोड ने बताया कि कंपनी का संचालन मिनिस्ट्री आॅफ एग्रीकल्चर, डिपार्टमेंट आॅफ एग्रीकल्चर एंड कारपोरेशन के तहत किया जा रहा है. जिला कृषि पदाधिकारी जे हांसदा को बुलाकर जानकारी ली गयी, तो उन्होंने ऐसी कोई भी शाखा के संचालन से इनकार किया. एसडीओ ने बताया कि इसकी जांच की जायेगा. इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी. बताया जाता है कि उक्त कंपनी का संचालन पिछले दो वर्ष से यहां किया जा रहा है. पहले इसका नाम कुछ और था. छापमारी में एसडीओ के अलावा एसडीपीओ चंदेश्वर प्रसाद, थाना प्रभारी राजवल्लभ पासवान भी शामिल थे.
पैसा तीन माह का जमा किया अपडेट हुआ सिर्फ एक माह का
छापामारी करने पहुंची टीम ने यहां पैसा जमा करनेवाले खाताधारक धर्मवीर कुमार से जानकारी ली, तो उसने बताया कि 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से जमा करने के लिए खाता खुलवाया था. एक वर्ष तक के लिए साढ़े आठ प्रतिशत ब्याज देने की बात थी. उन्होंने तीन माह का पैसा अभी तक जमा किया है, मगर खाता में अपडेट सिर्फ एक माह का किया गया है. वहीं खाताधारक सूरज प्रसाद वर्णवाल ने बताया कि उन्होंने 50 रुपये प्रतिदिन जमा करने के लिए खाता खुलवाया था.
पहले किसी और नाम से संचालित थी शाखा
पहले यहां पर विश्वमित्रा इंडिया परिवार नाम से नन बैंकिंग कंपनी का संचालन होता था. फरवरी माह में इसका नाम बदल कर ग्रामीण सेवा कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड कर दिया गया. जो कर्मी विश्वमित्रा इंडिया परिवार के लिए काम करते थे, वे ही इसके लिए भी काम कर रहे हैं. विश्व आत्मा माइक्रो फाइनांस व विश्व आत्मा प्रोडियुसर कंपनी के संचालन की भी प्रक्रिया चल रही थी. ऐसी जानकारी छापामारी के दौरान दी गयी. शाखा प्रबंधक ने बताया कि जमा किये गये पैसे सीधे रजिस्टर्ड ऑफिस को भेजे जाते हैं.