बदली नजर आयेगी जिला परिषद बोर्ड की तसवीर

विकास कोडरमा : पांच साल बाद हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम के बाद कई तसवीरें बदल गयी हैं. जिला परिषद बोर्ड में सभी नये चेहरे सामने हैं. पूर्व के जिला परिषद सदस्यों में से एक भी अपनी सीट नहीं बचा पाये़ पहले आरक्षण की मार ने कुछ जिप सदस्यों को चुनाव नहीं लड़ने दिया़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2015 6:20 AM

विकास

कोडरमा : पांच साल बाद हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम के बाद कई तसवीरें बदल गयी हैं. जिला परिषद बोर्ड में सभी नये चेहरे सामने हैं. पूर्व के जिला परिषद सदस्यों में से एक भी अपनी सीट नहीं बचा पाये़ पहले आरक्षण की मार ने कुछ जिप सदस्यों को चुनाव नहीं लड़ने दिया़ वहीं डोमचांच तीन से चुनाव लड़े जिप सदस्य रामधन यादव व जयनगर दस से रेखा देवी अपनी सीट नहीं बचा सके. रामधन यादव को प्रमुख शालिनी गुप्ता ने व रेखा देवी को मुनिया देवी ने हराया़

इस बार निर्वाचित हुए 12 जिप सदस्यों में सतगावां से भुनेश्वर राम, डोमचांच दो से शांति प्रिया, डोमचांच तीन से शालिनी गुप्ता, कोडरमा चार से रेखा देवी, कोडरमा पांच से अमिता यादव, चंदवारा छह से अमृता सिंह, चंदवारा सात से महादेव राम, जयनगर आठ से निर्मला देवी, जयनगर नौ से पवन सिंह, जयनगर दस से मुनिया देवी, मरकच्चो 11 से राजकुमार यादव व मरकच्चो 12 से कैलाश प्र यादव चुने गये हैं. इन 12 जिप सदस्यों में सात महिला व पांच पुरुष हैं. इस बार की पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ी है. पहले तो सामान्य सीट से शालिनी गुप्ता ने जीत हासिल कर ली, तो अन्य छह सीट महिलाओं के लिए आरक्षित थे़ ऐसे में यहां से महिलाओं का जीतना तय था. इस प्रकार जिप बोर्ड में भी महिलाओं की भागीदारी ज्यादा हो गयी है.

उपाध्यक्ष के लिए भी हो रहा जोड़-तोड़ : जिला परिषद अध्यक्ष पद के साथ ही उपाध्यक्ष पद के लिए भी जोड़-तोड़ शुरू हो गयी है. अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित होने से पुरुष जिप सदस्यों के बीच उपाध्यक्ष पद को लेकर लॉबिंग हो रही है. इसके अलावा प्रखंडों में प्रमुख का भी चयन अप्रत्यक्ष रूप से होना है. ऐसे में वहां भी पंससों के बीच जोड़-तोड़ का खेल शुरू हो गया है.

1453 पद में से 853 पर महिलाओं का कब्जा : इस बार पंचायती राज व्यवस्था में आधी आबादी की भागीदारी ज्यादा रही. पहले पचास फीसदी आरक्षण का लाभ तो दिख रहा है, लेकिन महिलाओं के लिए आरक्षित नहीं होने वाली सीट से भी महिलाओं ने जीत हासिल की है. ऐसे में इनकी भागीदारी बढ़ गयी है. पंचायत चुनाव को लेकर जिला में वार्ड सदस्य, मुखिया, पंसस व जिला परिषद सदस्य पद के लिए कुल 1453 सीट के लिए चुनाव हुए थे.

इनमें से 859 पर महिलाओं ने जीत हासिल की. 594 पुरुष ही जन प्रतिनिधि बन सके. पद वार बात करें तो 1211 वार्ड सदस्य पद में से 329 पुरुष विजेता रहे, तो 403 महिलाओं ने जीत हासिल की. वहीं वार्ड सदस्य पद पर निर्विरोध निर्वाचित 479 उम्मीदवारों में से 168 पुरुष व 311 महिलाएं शामिल हैं. छह प्रखंडों की 109 पंचायतों से मुखिया पद पर 43 पुरुष विजेता रहे हैं, तो 66 पर महिलाओं का कब्जा रहा. इसी तरह पंसस की 121 सीट में से 49 पुरुष व 72 महिलाएं सदस्य निर्वाचित हुई हैं. जिप सदस्य के लिए 12 सीट पर सात महिला व पांच पुरुष का कब्जा है़

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