बच्चों को यह भी पता नहीं कि वे किस कक्षा में पढ़ते हैं
डोमचांच : राज्य सरकार भले ही शहर से लेकर गांवों तक शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने का दावा करती है, पर जमीनी हकीकत अलग है़ डोमचांच की पारहो पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय पुतो के बच्चों को ये तक पता नहीं है कि वे किस कक्षा के छात्र हैं. स्कूल में चार माह से मध्याह्न […]
डोमचांच : राज्य सरकार भले ही शहर से लेकर गांवों तक शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने का दावा करती है, पर जमीनी हकीकत अलग है़ डोमचांच की पारहो पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय पुतो के बच्चों को ये तक पता नहीं है कि वे किस कक्षा के छात्र हैं.
स्कूल में चार माह से मध्याह्न भोजन भी बंद है़ स्कूल में बच्चों का हाजिरी रजिस्टर भी नहीं है़ पढ़ाई का सिर्फ कोरम पूरा किया जा रहा है़ यह हाल प्रदेश की शिक्षा मंत्री डाॅ नीरा यादव के जिले में स्थित विद्यालय का है़
विद्यालय पहुंची प्रभात खबर की टीम ने जब यहां की छात्रा पूजा कुमारी से पूछा कि वह किस कक्षा में पढ़ती है, तो वह इसका उत्तर नहीं दे पायी. यहां पढ़नेवाली काजल, सीमा, पवनती, पूजा आदि भी यह नहीं बता सकी कि वह किस कक्षा में पढ़ती है. दरअसल इस विद्यालय के सभी बच्चों को एक साथ बैठा कर पढ़ाया जाता है. कक्षा एक से पांच तक के इस विद्यालय में कुल नामांकित बच्चों की संख्या तो 50 है, पर इस विद्यालय में मात्र 22 बच्चे उपस्थित दिखे़ ठंड के कारण बच्चों को धूप में बैठा कर किसी तरह पढ़ाया जा रहा था.
दो पारा शिक्षक के भरोसे पढ़ाई
स्कूल में दो पारा शिक्षक विनोद कुमार सिंह व लक्ष्मण प्र यादव पर बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेवारी है़ विनोद सिंह ग्राशिस सचिव हैं. सही से पढ़ाई भी नहीं होती है.
बच्चों को नहीं दिया जा रहा मध्याह्न भोजन : अध्यक्ष
इस संबंध में पूछे जाने से ग्राशिस अध्यक्ष महेश प्रसाद ने कहा कि सचिव ने मध्याह्न भोजन से संबंधित राशि की निकासी कर ली है, लेकिन मध्याह्न भोजन नहीं दिया जा रहा है़ उन्होंने बताया कि मुझसे पहले ही चेक पर हस्ताक्षर करा लिया गया है़ इस बारे में बीइइओ व डीएसइ से शिकायत की, पर कार्रवाई नहीं हुई़
बेच दिया जाता है एमडीएम का चावल
ग्राशिस सदस्य डहरू सिंह कहते हैं बच्चों की पढ़ाई सही से नहीं होती है़ शिक्षक सिर्फ कोरम पूरा करते हैं. हाजिरी तक नहीं बनती़ स्थानीय अयोध्या सिंह, सुरमा देवी, वीरेंद्र सिंह, सुनीता देवी, यशोदा देवी, मुरली भुल्ला, मुन्ना भुल्ला, संजय भुल्ला, राजू भुल्ला, संयोजिका ज्योति देवी के अनुसार विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है़ ग्रामीणों ने बताया कि मध्याह्न भोजन का चावल बेच दिया जाता है. वहीं कई बच्चों ने बताया कि आज तक मध्याह्न भोजन में अंडा नहीं मिला है.
स्कूल में चार माह से मध्याह्न भोजन बंद होने की जानकारी मुझे नहीं है. मध्याह्न भोजन क्यों बंद है, इसकी जांच करा कर दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी़ अन्य मामलों की जानकारी भी ली जायेगी़
पीवी शाही, डीएसइ