नन बैंकिंग कंपनियों पर सीबीआइ का छापा

कार्रवाई . तीन वर्ष पूर्व सील किये गये थे छह कंपनियों के कार्यालय मार्च 2013 में तत्कालीन उपायुक्त उमाशंकर सिंह के निर्देश पर एसडीओ बिंदु माधव सिंह ने शहर में सेवी की नियमों को ताक पर रख चल रही छह नन बैंकिंग कंपनियों में छापामारी कर कार्यालय को सील कर दिया गया था. झुमरीतिलैया (कोडरमा) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2016 7:26 AM
कार्रवाई . तीन वर्ष पूर्व सील किये गये थे छह कंपनियों के कार्यालय
मार्च 2013 में तत्कालीन उपायुक्त उमाशंकर सिंह के निर्देश पर एसडीओ बिंदु माधव सिंह ने शहर में सेवी की नियमों को ताक पर रख चल रही छह नन बैंकिंग कंपनियों में छापामारी कर कार्यालय को सील कर दिया गया था.
झुमरीतिलैया (कोडरमा) : शहर में तीन वर्ष पूर्व सील किये गये छह नन बैंकिंग कंपनियों के कार्यालय में बुधवार को सीबीआइ धनबाद की टीम जांच करने के लिए पहुंची. सुबह नौ बजे डीएसपी वीसी चौरसिया के नेतृत्व में पहुंची टीम के सदस्य जगह-जगह स्थित कार्यालयों में दस्तावेज, कंप्यूटर व अन्य सामान खंगाल रहे हैं.
समाचार लिखे जाने तक कंपनियों के कार्यालय में सीबीआई की जांच जारी थी. जानकारी के अनुसार मार्च 2013 में तत्कालीन उपायुक्त उमाशंकर सिंह के निर्देश पर एसडीओ बिंदु माधव सिंह ने शहर में सेवी की नियमों को ताक पर रख चल रही नन बैंकिंग कंपनियों में छापामारी की थी.
इस दौरान ग्राहकों से पैसा निवेश को लेकर सही कागजात नहीं मिलने पर छह कंपनियों के कार्यालय को सील कर दिया गया था. बाद में एसडीओ के आवेदन पर तिलैया थाना में कांड संख्या 69/13, दिनांक 25 मार्च 2013 दर्ज किया गया था. बताया जाता है कि उक्त मामले के विरुद्ध में कुछ कंपनी के प्रतिनिधि हाईकोर्ट गये. यहां मामला चलने के दौरान ही कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने का आदेश दिया था. इसके बाद मामले की जांच के लिए सीबीआइ की टीम यहां पहुंची.
ग्राहकों का लाखों रुपये हड़पने का था आरोप
तत्कालीन एसडीओ ने वर्ष 2013 में जो मामला दर्ज कराया था उसमें नन बैंकिंग कंपनियों पर गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी होने का पहला आरोप था. साथ ही सेवी व आरबीआइ की नियमों का पालन नहीं कर गलत तरीके से आम जनता से तथ्य छिपाकर, झांसा देकर, अवैध वसूली करते हुए लाखों रुपये हड़पने की शिकायत थी.
ताला तोड़ अंदर घुसी टीम
सीबीआइ टीम जांच के लिए शहर पहुंची, तो स्थानीय प्रशासन का भी सहयोग लिया. जांच के दौरान कोडरमा सीओ अतुल कुमार भी पहुंचे थे. केदार सदन में तीन वर्ष पूर्व सील की गयी वेलफेयर नामक नन बैंकिंग कंपनी के कार्यालय में लगे ताला को तोड़वा कर अंदर गयी. टीम को ताला तोड़वाने में करीब एक घंटा से अधिक का समय लगा.
इन कंपनियों के कार्यालयों में हो रही जांच
झुमरीतिलैया शहर स्थित अर्शदीप फाइनांस लिमिटेड का कार्यालय.
न्यू जी मार्केट में संचालित वारिस फाइनांस इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का कार्यालय.
केदार सदन में स्थित वेलफेयर बिल्डिंग एंड स्टेट प्राइवेट लिमिटेड का कार्यालय.
नारायण मार्केट स्थित गोल्ड माइन ग्रुप आॅफ कंपनीज का कार्यालय.
केदार सदन स्थित इनामर्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड का कार्यालय.
महाराणा प्रताप चौक स्थित स्वभूमि रियल स्टेट का कार्यालय.

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