राजद, जदयू को उखाड़ फेंका, अब झाविमो की बारी
कोडरमा : राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास अपने एक दिवसीय दौरे पर कोडरमा पहुंचे तो जरूर, पर भाजपा कार्यकर्ताओं में नया जोश भर गये. शुक्रवार देर शाम को झुमरीतिलैया बाईपास स्थित शिव वाटिका में प्रमुख भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में जहां मुख्यमंत्री ने सभी को नैतिकता का पाठ पढ़ाया, वहीं विपक्षी दलों पर जमकर […]
कोडरमा : राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास अपने एक दिवसीय दौरे पर कोडरमा पहुंचे तो जरूर, पर भाजपा कार्यकर्ताओं में नया जोश भर गये. शुक्रवार देर शाम को झुमरीतिलैया बाईपास स्थित शिव वाटिका में प्रमुख भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में जहां मुख्यमंत्री ने सभी को नैतिकता का पाठ पढ़ाया, वहीं विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. सीएम के निशाने पर सबसे ज्यादा राजद, जदयू के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की पार्टी झाविमो रही.
सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य से लेकर देश तक में पहले की गठबंधन की सरकारों ने लूटने का काम किया. गंठबंधन से भ्रष्टाचार बढ़ा, राज्य की बदनामी हुई अब बहुमत की सरकार से हर तरफ बदलाव हो रहा है. सरकार, जिसने वोट दिया सिर्फ उसके लिए नहीं, बल्कि सबके लिए है. हमारा मकसद सबका साथ सबका विकास है, पर कुछ लोग इसमें भी राजनीति करने लगते हैं. उन्होंने कहा कि कोडरमा से लेकर पूरे राज्य में भ्रष्टाचारी राजद व जदयू को जनता ने उखाड़ दिया. इन दलों ने झारखंड को चारागाह बना लिया था. धों पोछ कर जदयू व राजद को पहले साफ कर दिया. अब झाविमो की बारी है. सीएम ने कहा कि झाविमो का नेतृत्व कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री व्यक्तिगत सत्ता के लिए राजनीति कर रहे हैं. वे कहते हैं हमारे विधायकों को भाजपा ने तोड़ लिया, आपने क्या किया था भाजपा के साथ नाता तोड़ा था. जैसा करेंगे वैसा ही न पायेंगे.
आपने भाजपा छोड़ी, तो अच्छा अब जानकी यादव ने आपकी पार्टी छोड़ दी, तो आपत्ति क्यों. सीएम ने कहा अगर इन छह विधायकों का साथ नहीं मिलता, तो आज राज्य में स्थानीय नीति लागू नहीं कर पाता. इन विधायकों ने हमें बल दिया.
उन्होंने कहा कि अब झाविमो में बचा क्या है सिर्फ अध्यक्ष व महामंत्री हैं. कार्यकर्ता तो नजर नहीं आते. अब इनके नेता बिहार के नेता की गोद में खेलने लगे हैं. पहले ही झारखंड के लोगों ने बिहार से किसी तरह मुक्ति पाई है अब फिर इसे चारागाह बनाने का प्रयास हो रहा है जिसे कामयाब नहीं होने दिया जायेगा.
इनकी दाल गलनेवाली नहीं है. गोड्डा इसका उदाहरण है, जनता ने जदयू, राजद गठबंधन के साथ ही झाविमो को बता दिया कि जातिवाद, सांप्रदियकता नहीं चलने वाला है. सिर्फ विकास की राजनीति होनी चाहिए. सीएम ने पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि जेपीएससी की अब तक मात्र पांच परीक्षाएं हुई, जबकि राज्य बने इतने वर्ष हो गए. एक पार्टी ने पहले झारखंड को खरीदा बेचा, अब नया झुनझुना मिला है मूलवासी, आदिवासी स्थानीय नीति लागू कर मैंने इसे भी बंद कर दिया. अब राज्य में एक लाख 16 हजार नियुक्तियां होने जा रही है. स्थानीय नीति लागू होने से राज्य के युवाओं को फायदा मिलेगा.
अपने संबोधन में सीएम ने कश्मीर में बिगड़े हालत से लेकर जेएनयू में कन्हैया प्रकरण को भी उठाया कहा, देश पहले फिर राजनीति. राष्ट्र को परम वैभव पर ले जाना हमारा काम होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण शिक्षा है. अल्पसंख्यक भाई अपने को बदलें. बच्चों को शिक्षित बनाएं. स्थितियां खुद बदलने लगेगी. बैठक को शिक्षा मंत्री डा. नीरा यादव, विधायक प्रो. जानकी यादव, पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला, अमित यादव व अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया.