सम्मान पाकर खुशी के साथ गौरव का अहसास : कविता

अहमियत रखता है देश के 85 लाख शिक्षकों में से 346 शिक्षकों में शामिल होना यह सम्मान सैनिक स्कूल तिलैया के साथ झारखंड के लिए गौरव कोडरमा : शिक्षक दिवस पर सोमवार को नयी दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार समारोह में सैनिक स्कूल तिलैया की सीनियर मास्टर कविता प्रकाश भी सम्मानित हुई. कविता प्रकाश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2016 7:17 AM
अहमियत रखता है देश के 85 लाख शिक्षकों में से 346 शिक्षकों में शामिल होना
यह सम्मान सैनिक स्कूल तिलैया के साथ झारखंड के लिए गौरव
कोडरमा : शिक्षक दिवस पर सोमवार को नयी दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार समारोह में सैनिक स्कूल तिलैया की सीनियर मास्टर कविता प्रकाश भी सम्मानित हुई. कविता प्रकाश को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार देकर सम्मानित किया. समारोह के बाद प्रभात खबर संवाददाता से दूरभाष पर बातचीत में कविता प्रकाश काफी खुश दिखी.
बातचीत में उन्होंने कहा कि आज खुशी के साथ गौरव का अहसास हो रहा है. उन्होंने कहा कि एक शिक्षक का काम ही बच्चों को शिक्षा देना है और इसमें सभी शिक्षक लगे रहते हैं, पर देश के 85 लाख शिक्षकों में से 346 शिक्षकों में खुद को शामिल होना एक अलग बात है. उन्होंने कहा कि यह सम्मान सैनिक स्कूल तिलैया के साथ ही झारखंड के लिए गौरव है. मैं आशा करती हूं कि झारखंड से अधिक संख्या में शिक्षकों का चयन इस पुरस्कार के लिए हो. उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत व लगन का फल मुझे मिला है.
मैं आगे भी अपना बेहतर अपने विद्यार्थियों व स्कूल को देना चाहती हूं. समारोह में कविता प्रकाश के साथ उनके पति मर्चेंट नेवी काॅलेज के प्राचार्य श्री प्रकाश, उनका बेटा लेफ्टिनेंट कौस्तुभ, ननद गीता शुक्ला व उनके पति कमांडर बीएन शुक्ला के साथ ही सैनिक स्कूल तिलैया के पूर्ववर्ती छात्र भी पहुंचे थे. सभी यह सम्मान मिलने पर काफी खुश हैं. ज्ञात हो कि सैनिक स्कूल तिलैया की शिक्षिका सह सीनियर मास्टर कविता प्रकाश का वर्ष 2014-15 के लिए नेशनल अवार्ड को लेकर चयन किया गया था. 59 वर्षीय कविता प्रकाश एक दिसंबर 1978 से सैनिक स्कूल तिलैया से जुड़ी हुई हैं.

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