शिक्षा मंत्री का डीडीसी के साथ अमर्यादित व्यवहार पर कोडरमा की सियासत गर्म
पूर्व मंत्री ने कहा, कहां गई भाजपा की राजनीतिक शुचिता व नैतिक शिक्षा
ऐसा व्यवहार शर्मानाक व मंत्री पद की गरिमा के खिलाफ
पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के साथ विधि सम्मत कार्रवाई की मांग
कोडरमा संवाददाता
शिक्षा मंत्री डा. नीरा यादव के द्वारा डीडीसी सूर्य प्रकाश के साथ किये गये अमर्यादित व्यवहार व डांट फटकार का मामला सामने आने के बाद कोडरमा की सियासत गर्म हो गयी है. पूरे मामले पर शुक्रवार को राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने भाजपा व शिक्षा मंत्री को आड़े हाथ लिया. तिलैया के शिव वाटिका में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि शिक्षा मंत्री इस तरह का व्यवहार कर जिले के अधिकारियों में एक आतंक का माहौल कायम करना चाहती है. उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा राजनीतिक शुचिता व नैतिक शिक्षा की बात करती है, पर आज यह कहीं दिख नहीं रहा है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए लाभ्यार्थियों को रवाना करने के दौरान डीडीसी सूर्य प्रकाश को निशाना बनाकर अमर्यादित व्यवहार करने के पीछे कोई और कारण है. इसकी हम राज्य सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं, साथ ही मुख्यमंत्री से विधिसम्मत कार्रवाई की भी अपेक्षा रखते हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रकरण के पीछे का पूरा मामला व सच्चाई जनता के बीच आना चाहिए.
पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि समाहरणालय परिसर व बाद में उपायुक्त कोडरमा के कार्यालय में डीसी, डीडीसी समेत अन्य पदाधिकारियों के साथ राज्य की शिक्षा मंत्री के व्यवहार के संबंध में अखबारों व सोशल मीडिया में काफी कुछ देखने को मिला है, इस तरह का व्यवहार बेहद शर्मनाक और मंत्री पद की गरिमा के बिल्कुल खिलाफ है. राजद इसकी कड़ी निंदा करती है.
उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमीत शाह, मुख्यमंत्री रघुवर दास, प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ से जानना चाहती हूं कि क्या यह व्यवहार संविधान की शपथ लेने वाले मंत्री के आचरण के अनुकूल है. क्या यही भाजपा की राजनीतिक शुचिता है.
उन्होंने कहा कि मेरा स्पष्ट मानना है कि अधिकारियों को आतंकित कर गलत कार्यों के लिए दबाव बनाने के तहत यह सोची समझी साजिश है. इस तरह से मंत्री जिले के अधिकारियों में एक आतंक का माहौल कायम करना चाहती है. इसके लिए लोक लाज से लेकर सारी मर्यादाओं को तिलांजलि पर रख दी गई, क्योंकि मंत्री की मंशा कुछ और है. मौके पर मौजूद राजद जिला अध्यक्ष अनवारूल हक ने शिक्षा मंत्री को मंत्री मंडल से बर्खास्त करने की मांग की. प्रेस वार्ता में राजकुमार यादव, सुदर्शन यादव, कृष्णा बरहपुरिया, संजय शर्मा भी मौजूद थे.
ऐसे शिक्षा मंत्री के रहते बच्चों को क्या शिक्षा मिलेगी
पूर्व मंत्री ने प्रेस वार्ता में शिक्षा मंत्री को सीधे निशाने पर लिया और कहा कि किसी राज्य के मंत्री, वह भी शिक्षा मंत्री से इस तरह सार्वजनिक रूप से अधिकारियों को गाली देने की अपेक्षा नहीं की जा सकती है. ऐसे शिक्षा मंत्री के रहते राज्य की भावी पीढ़ी को क्या शिक्षा मिलेगी यह अच्छी तरह से समझा जा सकता है.
उन्होंने कहा कि पूर्व में भी मंत्री ने कोडरमा जिला परिषद का उपाध्यक्ष रहते हुए परिषद के जिला अभियंता के साथ सरेआम चप्पलबाजी की थी. बाद में उनके खिलाफ मुकदमा की, फिर मुकदमा में समझौता की. इससे इनका आचरण स्पष्ट होता है. उन्होंने कहा कि संबंधित मामले के वीडियो में मंत्री के व्यवहार में अभद्रता, सत्ता का अहंकार, विद्वेष साफ झलकता है. क्या इसी बात की उन्होंने शपथ ली थी.