ग्राहकों की जरूरत पूरी नहीं कर पा रहे बैंक
जयनगर. केंद्र सरकार की नोटबंदी के फैसले के बाद उत्पन्न समस्या से ग्रामीण क्षेत्र के लोग आज भी जूझ रहे हैं. नकदी का संकट बरकरार है. अभी भी परसाबाद, पिपचो, जयनगर, हिरोडीह व बांझेडीह स्थित विभिन्न बैंकों की शाखाओं में सुबह सात बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो जाती है, नकदी के अभाव में […]
जयनगर. केंद्र सरकार की नोटबंदी के फैसले के बाद उत्पन्न समस्या से ग्रामीण क्षेत्र के लोग आज भी जूझ रहे हैं. नकदी का संकट बरकरार है. अभी भी परसाबाद, पिपचो, जयनगर, हिरोडीह व बांझेडीह स्थित विभिन्न बैंकों की शाखाओं में सुबह सात बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो जाती है, नकदी के अभाव में किसी का पैसे मिल भी जाते और किसी को नहीं भी मिल पाता है. सरकार का कालाधन बाहर लाने व नोटबंदी का फैसला भारी पड़ रहा है. ग्राहकों का कहना है कि बैंकों में रुपये के अभाव के कारण लोगों को परेशानी हो रही है.
रोज किसी न किसी बैंक में ग्राहकों व बैंक कर्मियों के बीच तू-तू, मैं-मैं हो रही है. इस झमेले में पुलिस व होमगार्ड के जवान परेशान है. स्थिति यह है कि अपने एकाउंट में पैसा रहने के बावजूद लोग निकासी नहीं कर पा रहे है. पिपचो निवासी नरेश राम ने कहा कि सरकार ने निकासी की राशि तो निर्धारित कर दी, मगर निर्धारित राशि भी ग्राहकों को नहीं रही है. बैंक कर्मियों को बैंक खोलने से रोका: बैंकों में राशि के अभाव के कारण ग्राहकों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को सुबह से ही बीओआइ पिपचो में लाइन लगाकर खड़े लोगों ने बैंक अवधि के दौरान बैंक खोलने पहुंचे शाखा प्रबंधक नूनेश्वर राम व अन्य कर्मियों को लोगों ने बैंक खोलने से रोक दिया. इससे आधा घंटा विलंब से बैंक खुला.
हालांकि वहां मौजूद पुलिस कर्मियों व होमगार्ड के जवानों को समझाने बुझाने के बाद बैंक खुला और काम काज शुरू हुआ. शाखा प्रबंधक नूनेश्वर राम ने अपनी विवशता बताते हुए कहा कि बैंक में जितनी राशि उपलब्ध होती है, उसे ग्राहकों को दिया जा रहा है. उन्होंने स्वीकार किया कि बैंक में राशि का अभाव है. उल्लेखनीय है कि प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित एटीएम के सुचारु नहीं होने से स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है.