हाथियों के उत्पात से गांव में दहशत
कई लोगों की बची जान, हजारों की क्षति जयनगर : प्रखंड के ग्राम चुटियारो, चंद्रघटी, बिगहा आदि गांव के लोग हाथियों की दस्तक से दशहत में है. बीती रात गांव पहुंचे दो हाथियों ने नवसृजित प्राथमिक विद्यालय चुटियारो का दरवाजा तोड़ कर कुर्सी-टेबल पलट दिया व कागजातों को क्षतिग्रस्त किया. अगल-बगल झुग्गी झोपड़ी में अस्थायी […]
कई लोगों की बची जान, हजारों की क्षति
जयनगर : प्रखंड के ग्राम चुटियारो, चंद्रघटी, बिगहा आदि गांव के लोग हाथियों की दस्तक से दशहत में है. बीती रात गांव पहुंचे दो हाथियों ने नवसृजित प्राथमिक विद्यालय चुटियारो का दरवाजा तोड़ कर कुर्सी-टेबल पलट दिया व कागजातों को क्षतिग्रस्त किया. अगल-बगल झुग्गी झोपड़ी में अस्थायी रूप से बसे लोगों को भी हाथियों ने खदेड़ा. कई लोग हाथी की चपेट में आने से बचे.
विद्यालय का दरवाजा क्षतिग्रस्त करने की सूचना पारा शिक्षक सुधीर कुमार व जानकी कुमार को मिली. वे लोग जब विद्यालय पहुंचे, तो हाथी वहां से जा चुके थे. उन्होंने देखा की विद्यालय के कार्यालय का दरवाजा क्षतिग्रस्त है. यहां से निकलने के बाद हाथियों का झुंड चंद्रघटी गांव पहुंच बांझेडीह जानेवाली पाइप लाइन के निकट स्थित भुवनेश्वर यादव की गुमटी और वहां बने चूल्हा को ध्वस्त कर दिया. भुवनेश्वर यादव ने बताया कि वह रोज अपनी दुकान में सोता था. अत्याधिक ठंड होने के कारण बीती रात व अपने घर चला गया था जिसके कारण उसकी जान बच गयी. हालांकि हाथियों ने दुकान में रखे सामान को खाया और क्षतिग्रस्त कर दिया. इससे उन्हें हजारों रुपये की क्षति हुई है.
अर्जुन पासवान के निर्माणाधीन दुकान की दिवार गिरा दी, जिससे उन्हें भी हजारों रुपये का नुकसान हुआ है. ग्रामीणों के मुताबिक हाथियों की संख्या है दो है. सुबह घटना की सूचना गांव में फैलते ही दहशत का माहौल बन गया. जिप उपाध्यक्ष निर्मला देवी, जिप सदस्य सह भाकपा जिला मंत्री महादेव राम, उप प्रमुख बीरेंद्र यादव, मुखिया लक्ष्मण यादव, अंजु देवी, बाला लखेंद्र पासवान, सरिता सिंह, सुनीता गिरि आदि ने जिला प्रशासन व वन विभाग से लोगों की जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगायी है. पीड़ितों ने इस संबंध में वन विभाग को आवेदन दिया है.
पिछले वर्ष गयी थी एक जान
प्रतिवर्ष बराकर नदी के किनारे बसे गांवों में हाथियों का उत्पात होते रहा है. बरही व बरकट्ठा के जंगलों से नदी पार कर हाथी बिगहा, चुटियारो, करियावां, सुगाशाख, चेहाल, चंद्रपुर, योगियाटिल्हा, सतडीहा, आरामुरगो, कटिया, बेरोगाई, खरपोका, गड़गी आदि गांवों में प्रवेश कर हमेशा उत्पात मचाते रहते है. गत वर्ष सुगाशाख ने हाथियों के झुंड ने करियावां निवासी गुलाब सिंह की जान ले ली थी. लाखों रुपये की फसलों का नुकसान हुआ था. अब एक बार फिर से हाथी के आने से ग्रामीण दशहत में है.