विवादित जमीन मामले में हुई चर्चा
मरकच्चो : नवलशाही थाना क्षेत्र के हिंदू व मुसलिम समुदाय के लोगों की सामूहिक बैठक नवलशाही स्थित दुर्गा मंडप परिसर में हुई. बैठक में दशकों से दोनों समुदाय के लोगों द्वारा मुहर्रम के ताजिया व रामनवमी झंडा के समय प्रयोग में लाये जाने वाले विवादित जमीन को लेकर चर्चा की गयी. बाद में दोनों समुदाय […]
मरकच्चो : नवलशाही थाना क्षेत्र के हिंदू व मुसलिम समुदाय के लोगों की सामूहिक बैठक नवलशाही स्थित दुर्गा मंडप परिसर में हुई. बैठक में दशकों से दोनों समुदाय के लोगों द्वारा मुहर्रम के ताजिया व रामनवमी झंडा के समय प्रयोग में लाये जाने वाले विवादित जमीन को लेकर चर्चा की गयी.
बाद में दोनों समुदाय के सैकड़ों लोग विवादित स्थल पर पहुंचकर वहां पर चल रहे चहारदीवारी निर्माण कार्य को बंद करा दिया. दोनों समुदाय के लोगों का कहना है कि भीमेडीह मौजा के खाता संख्या 22 प्लांट संख्या 171, रकवा 2.12 एकड़ गैरमजरूआ भूमि पर उनके पूर्वजों के समय से ही मुहर्रम के ताजिया का जुलूस व रामनवमी में महावीरी झंडा का जुलूस निकलकर इस स्थल पर अखाड़ा सजता है. परंतु तत्कालीन राजस्व पदाधिकारियों को झांसे में रख कर कुछ लोगों द्वारा उसी प्लॉट के 1.60 एकड़ जमीन को सन 1995-96 में बंदोबस्त करा ली गयी. जबकि उसी प्लॉट के शेष भूमि को रेल विभाग ने भी लगभग 0.30 एकड़ भूमि को कोडरमा-गिरिडीह रेलखंड में अधिग्रहित कर ली है. शेष भूमि पर सरकारी विद्यालय भवन अवस्थित है. उक्त भूमि के चहारदीवारी के पश्चात दोनों समुदाय के लोगों के पास आसपास में ऐसा कोई गैरमजरूआ सार्वजनिक भूमि भी नहीं है. उक्त भूमि को लेकर कई बार बंदोबस्त रैयतों से दोनों समुदाय के लोग एकजुटता का परिचय देते हुए तू-तू, मैं-मैं भी हुई. पुलिस के हस्तक्षेप से मामला टला
मामले को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी भी विवादित स्थल का कई बार मुआयना किया है. विवाद के स्थायी समाधान के प्रयास में लगे हुए हैं. रविवार शाम में भी ऐसा ही कुछ हुआ. लगभग एक हजार की संख्या में दोनों समुदाय के लोग विवादित स्थल पर पहुंच चहारदीवारी निर्माण कार्य को बंद कराने पहुंच गये. बाद में नवलशाही पुलिस की सक्रियता से एक बड़ी घटना होते होते टल गयी.