जल संकट से लोगों की बढ़ी परेशानी
जयनगर : मई माह में ही भीषण गरमी और उत्पन्न पेयजल संकट से लोगों के साथ मवेशी व पशु पक्षी भी परेशान हैं. प्रखंड के अक्तो, केशो, हरहारो, बराकर नदी समेत अन्य ताल तलैयों के सूखने व चापानल व कुआं का जलस्तर नीचे चले जाने से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. जयनगर पूर्वी […]
जयनगर : मई माह में ही भीषण गरमी और उत्पन्न पेयजल संकट से लोगों के साथ मवेशी व पशु पक्षी भी परेशान हैं. प्रखंड के अक्तो, केशो, हरहारो, बराकर नदी समेत अन्य ताल तलैयों के सूखने व चापानल व कुआं का जलस्तर नीचे चले जाने से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. जयनगर पूर्वी पंचायत में छह चापानल खराब पड़े है.
मुखिया प्रतिनिधि चूरन खान की माने, तो विभाग को बार-बार सूचना देने के बावजूद चापानल नहीं बनाये जा रहे हैं. इसके अलावा चरकी पहरी चेकडैम, सरमाटांड़ अक्तो नदी घाट, कटहाडीह घाट, तेतरौन घाट, परसाबाद गड़गी घाट समेत दर्जनों गांवों के सैंकड़ों मवेशी अपनी प्यास बुझाते थे. आज उन्हें पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. नदी में पानी रहने पर लोग अपने बर्तन व कपड़े धोते थे, मगर अब यह भी मुश्किल हो गया है. जहां नदी में बालू उड़ रहे है, वहीं डोभा में धूल उड़ रहे है.
जलापूर्ति बाधित: इधर, जयनगर पहरीडीह से पेजयल व स्वच्छता विभाग द्वारा होनेवाली जलापूर्ति के अक्सर बाधित रहने के कारण लोग पानी का टैक्स तो चुका रहे है और उन्हें पानी नहीं मिल रहा है.
पहरीडीह, गोपालडीह, सोनकार मुहल्ला, मोदी मुहल्ला, मस्जिद मुहल्ला, थाना मुहल्ला, पेठियाबागी, सांथ, तरवन आदि ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप लाइन के माध्यम से होनेवाली जलापूर्ति हमेशा बाधित रहती है. कई पंचायतों में लोग दूर-दूर से पानी ला रहे है. इधर, विभिन्न पंचायतों में पेयजलापूर्ति के लिए खरीदा गया टैंकर घोटाला की भेंट चढ़ गया. स्थिति यह की टैंकर मुखिया जी अथवा पंचायत सचिवालय का शोभा बढ़ा रही है.