प्रतिनिधि
कोडरमा : सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ नक्सलियों ने रविवार आधी रात से 24 घंटे का झारखंड बंद का ऐलान किया था तो पुलिस मुख्यालय, रांची के साथ ही संबंधित जिलों के एसपी के द्वारा पुलिस पदाधिकारियों को हाई अलर्ट करते हुए चौकसी बरतने का विशेष निर्देश जारी किया गया था, पर बीती रात कोडरमा की स्थिति कुछ अलग मिली. नक्सली बंदकेदौरान जिला हाई अलर्ट पर था, लेकिन अधिकतर थाना प्रभारी चैन की नींद सो रहे थे. जी हां, यह खुलासा खुद कोडरमा के पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा के औचक निरीक्षण में हुआ है.
नक्सली बंदी को लेकर विशेष सतर्कता के तहत एसपी ने रविवार आधी रात से ही जिले के विभिन्न जंगली व अन्य क्षेत्रों का जायजा लिया. इस दौरान एसपी रास्ते में पड़ने वाले अधिकतर थानों में भी गए. इस दौरान मिली स्थिति हैरान करने वाली थी. एसपी ने पाया की अधिकतर थानों के प्रभारी सो रहे हैं. इस पर उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों को कड़ी फटकार लगायी. हालांकि, एसपी के निरीक्षण के दौरान पुलिस गश्ती दल की टीम अपनी ड्यूटी पर तैनात मिली.
सोते मिले थाना प्रभारियों से एसपी ने मांगा स्पष्टीकरण
सोते मिले पांच थाना प्रभारियों से एसपी ने तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है. जानकारी के अनुसार एसपी एसके झा रविवार की देर रात अपने साथ विशेष टीम को लेकर जिले का जायजा लेने निकले. उद्देश्य था नक्सली बंदी को लेकर विशेष सतर्कता बरतते हुए किसी बड़ी घटना को रोकना व पुलिस बल का मनोबल बढ़ाना.
क्षेत्र में नजर नहीं आये पुलिस अफसर
एसपी ने इसके लिए चंदवारा से जायजा लेना शुरू किया. इस थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों का दौरा करते हुए एसपी तिलैया थाना क्षेत्र व बाद में कोडरमा थाना इलाके में पहुंचे. इस दौरान चंदवारा थाना प्रभारी विनोद कुमार व कोडरमा थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर आनंद मोहन सिंह एसपी को क्षेत्र में कहीं नजर नहीं आए. जानकारी मिली की ये सो रहे हैं. एसपी इसके बाद सीधे रांची-पटना रोड से दिबौर घाटी होते हुए मेघातरी पहुंचे. बिहार के सीमावर्ती इलाके में हाईवा पर तैनात पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी तो मिली पर पुलिस कर्मी वाहन को सड़क के किनारे लगाकर आराम से सो रहे थे. एसपी ने सभी को कड़ी फटकार लगायी. यहां के बाद एसपी डोमचांच, नवलशाही, मरकच्चो व जयनगर थाना क्षेत्र पहुंचे. इन थाना क्षेत्रों का जायजा लेने के दौरान नवलशाही थाना प्रभारी शिवबालक प्र. यादव, मरकच्चो थाना प्रभारी अरुण कुमार व जयनगर थाना प्रभारी हरिनंदन सिंह सोते मिले.
एसपी ने देर रात इन्हें जगा कर फटकार लगाई. साथ ही सुधरने की नसीहत दी. नवलशाही में गश्ती दल के सदस्य सोते मिले. जिले के सात थाना क्षेत्रों में केवल तिलैया थाना प्रभारी कामेश्वर ठाकुर व डोमचांच थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह एसपी को ड्यूटी पर मिले. पांच थाना क्षेत्रों को एसपी ने इस तरह नक्सली बंद में पुलिस पार्टी के भरोसे छोड़ने के मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने सोते मिले चंदवारा, कोडरमा, नवलशाही, मरकच्चो व जयनगर के थाना प्रभारियों से स्पष्टीकरण मांगा है. पूरे मामले की एसपी ने खुद पुष्टि की है. पूछे जाने पर एसपी ने बताया कि नक्सली बंद में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा कि थाना प्रभारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है.
सुबह चार बजे तक घुमते रहे एसपी, दो सौ किलोमीटर का तय किया सफर
एसपी एसके झा नक्सली बंद को लेकर रविवार देर रात निकले और सोमवार सुबह चार बजे तक विभिन्न थाना इलाकों का जायजा लेते रहे. एसपी ने इस दौरान करीब दो सौ किलोमीटर का सफर तय किया. ज्ञात हो कि कोडरमा के इलाकों में नक्सलियों की चहलकदमी की सूचना अक्सर सामने आती रहती है. हालांकि, हाल के समय में ऐसीकिसी घटना को नक्सलियों ने अंजाम नहीं दिया है, पर बिहार का सीमावर्ती इलाका होने के कारण कोडरमा में नक्सलियों की मूवमेंट की सूचना सामने आने पर कई बार जंगली इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया गया है.
बीते दिन ही तिलैया थाना क्षेत्र के झरकी बिशुनपुर, गझंडी इलाके में नक्सलियों के बिहार की ओर से प्रवेश करने की सूचना पर एसपी के नेतृत्व में सर्च अभियान चला था.
कन्हैया सिंह बने तिलैया डैम ओपी प्रभारी
इधर, एसपी ने एक आदेश जारी कर कोडरमा थाना में पदस्थापित एसआई कन्हैया सिंह को तिलैया डैम ओपी प्रभारी नियुक्त किया है. बताया जाता है की बीते दिन डैम ओपी प्रभारी बनाए गए राजीव प्रकाश ने पारिवारिक परेशानी बताकर तत्काल प्रभारी का पद न देने का अनुरोध एसपी से किया. इसके बाद एसपी ने नया आदेश जारी कर कन्हैया सिंह को डैम ओपी प्रभारी बनाया. इससे पहले डैम ओपी प्रभारी के रूप में कार्यरत यमुना प्रसाद की तबीयत खराब होने के कारण राजीव प्रकाश को प्रभारी बनाया गया था, पर उन्होंने पदभार नहीं लिया था.