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चौकीदार की आत्महत्या मामले में घिरा प्रशासन

सदर अस्पताल में दिनभर परिजनों और ग्रामीणों की भीड़ लगी रही़

By Prabhat Khabar News Desk | September 28, 2024 8:39 PM

कोडरमा बाजार. समाहरणालय में प्रतिनियुक्त चौकीदार सुरेंद्र पासवान द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने के मामले में जिला प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठा है़ चौकीदार को तीन माह से वेतन नहीं मिलने से परेशान होने को मौत का कारण बताया जा रहा है, वहीं वेतन निर्गत करने का अधिकार रखने वाले संबंधित पदाधिकारी पर प्रताड़ना का भी आरोप लगा है़ इस मामले को लेकर शनिवार को सदर अस्पताल में दिनभर परिजनों और ग्रामीणों की भीड़ लगी रही़ दोपहर को एसडीओ रिया सिंह और एसडीपीओ जीत वाहन उरांव सदर अस्पताल पोस्टमार्टम हाउस के समीप पहुंचे और घटना की जांच के साथ नियमानुसार हर संभव विभागीय मदद देने, दाह संस्कार के लिए अंचल कार्यालय से आर्थिक मदद देने का आश्वासन दिया़ इसके बाद परिजन शव लेकर खरकोट्टा चले गये. ज्ञात हो कि समाहरणालय में प्रतिनियुक्त चौकीदार सुरेंद्र पासवान को तीन माह से वेतन नहीं मिलने के कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था़ आरोप है कि शुक्रवार को सुरेंद्र वेतन के सिलसिले में सामान्य शाखा के पदाधिकारी से मिला था, परंतु प्रशाखा पदाधिकारी द्वारा आवंटन पर हस्ताक्षर नहीं कर उसे प्रताड़ित किया गया़ इससे परेशान होकर सुरेंद्र पासवान ने कार्यालय में ही जहर खा लिया़ बाद में तबीयत बिगड़ने के बाद उसे सदर अस्पताल लाया गया, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रिम्स रेफर कर दिया गया़ रांची जाने के दौरान रास्ते मे ही उसकी मौत हो गयी़ घटना दुखदायी, मामले की जांच के लिए कमेटी गठित : एसडीओ एसडीओ रिया सिंह ने मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से कहा कि घटना काफी दुखदायी है, लेकिन वेतन भुगतान में लापरवाही नहीं हुई है़, फिर भी मामले की जांच के लिए उपायुक्त के निर्देश पर कमेटी का गठन किया गया है़ जांच में जो भी दोषी पाये जायेगे, उनके विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी़ मृतक की पत्नी से थाना में दिया आवेदन घटना को लेकर मृतक चौकीदार सुरेंद्र पासवान की पत्नी मुनिया देवी ने कोडरमा थाना में आवेदन दिया है़ इसमें उन्होंने कहा है कि मेरे पति को दो-तीन माह से वेतन नहीं मिलने के कारण हमलोग आर्थिक तंगी में थे़ वेतन भुगतान के लिए सरकार से राशि भी आ गयी थी़ जब मेरे पति ने प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा सना उस्मानी से आवंटन के बारे में बात की, तो पदाधिकारी ने मेरे पति को प्रताड़ित किया़ इससे परेशान होकर मेरे पति ने 27 सितंबर को कार्यालय में ही जहर खा लिया़ तबीयत बिगड़ने के बाद पति को सदर अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के बाद उन्हें रिम्स रेफर कर दिया गया़ रांची जाने के क्रम में रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी़ आवेदन में मुनिया देवी ने आरोप लगाया है कि उसके पति की मौत सामान्य शाखा के प्रभारी पदाधिकारी द्वारा प्रताड़ित किये जाने से हुई़ हालांकि, आवेदन के आलोक में थाना में यूडी केस दर्ज किया गया है़ थाना प्रभारी सुजीत कुमार ने बताया कि फिलहाल यूडी केस दर्ज किया गया है़ जांच के बाद जो मामला आयेगा, उसके अनुसार कांड में आवश्यक सुधार किया जायेगा़

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