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Cyber Crime Jharkhand : साइबर अपराध और उग्रवादी हिंसा पर लगेगी रोक: डीआइजी

हजारीबाग रेंज के गिरिडीह, चतरा, कोडरमा, रामगढ़ और हजारीबाग जिला में साइबर अपराध का पांव पसर चुका है. वहीं पुलिस प्रशासन के लिए सांप्रदायिक घटनाएं और विकास कार्यों में उग्रवादियों की दखल चुनौती बन गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 26, 2020 1:04 PM

हजारीबाग रेंज के गिरिडीह, चतरा, कोडरमा, रामगढ़ और हजारीबाग जिला में साइबर अपराध का पांव पसर चुका है. वहीं पुलिस प्रशासन के लिए सांप्रदायिक घटनाएं और विकास कार्यों में उग्रवादियों की दखल चुनौती बन गयी है. डीआइजी अमोल वेणुकांत होमकर ने इन समस्याओं पर पुलिस की तैयारी व कार्रवाई पर प्रभात खबर के प्रतिनिधि सलाउद्दीन से बातचीत की.

सवाल: साइबर अपराध पर नियंत्रण कितना चुनौतीपूर्ण है.

जवाब: डीजीपी एमवी राव ने राज्य भर के पुलिस पदाधिकारियों को साइबर अपराध रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिया है. हजारीबाग रेंज के गिरिडीह के बेंगाबाद, गांडेय, हजारीबाग, चतरा, कोडरमा व रामगढ़ के शहरी क्षेत्र में साइबर अपराध के कई हॉट स्पॉट हैं. गिरिडीह में साइबर सेल के लिए डीएसपी स्तर के पदाधिकारी और थाना काम कर रहे हैं. हजारीबाग समेत अन्य जिलों में इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी को साइबर सेल की जवाबदेही दी गयी है. टीम में शामिल पदाधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. पुलिस वीडियो क्लिप्स से साइबर अपराध से बचने की लोगों को जानकारी दी जायेगी. वाट्सएप, फेसबुक एवं ट्विटर से पुलिस लोगों को जागरूक करेगी.

सवाल: सूचना तकनीक के माध्यम से लेवी वसूली व धमकी देने की घटनाओं पर कैसे रोकेंगे.

जवाब: जेल में बंद अपराधियों के रिकॉर्ड, नियमित जेल नियंत्रण और दर्ज मामलों को केंद्र बिंदु बनाकर कई ग्रुप चिह्नित किया गया है. अपराधियों के गुर्गों व सरगना पर पुलिस की नजर है. साइबर सेल के पुलिस पदाधिकारी इस पर काम कर रहे हैं. लोगों से अपील करना चाहता हूं कि इस तरह की परेशानियों में पुलिस को जानकारी दें, सहयोग पूरा मिलेगा.

सवाल: सांप्रदायिक घटनाओं को रोकने की क्या योजना है.

जवाब: रामगढ़, गिरिडीह, जमशेदपुर में एसपी के रूप में कार्य करने का अनुभव है. हजारीबाग रेंज के पांचों जिला में सांप्रदायिक तनाव को बिल्कुल समाप्त करने की पहल हो रही है. एसपी से लेकर थानेदार तक को निर्देश दिया गया है कि संवाद का चैनल जनता से बेहतर बनाये रखें. सूचनाओं पर तत्काल एहतियात बरतें. शांति समिति में युवाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित करें. बुजुर्गों की राय को भी अहमियत दें. पुराने मामले की समीक्षा कर निर्दोष व जिनके विरुद्ध साक्ष्य नहीं है, उन्हें मामलों से बरी करें और दोषियों पर कार्रवाई करें.

सवाल: सोशल मीडिया से समाज में तनाव बढ़ानेवालों पर कैसे अंकुश लगायेंगे.

जवाब: वर्तमान में सभी एसपी को समीक्षात्मक बैठकों में निर्देश दिया गया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से सामाजिक व सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने में शामिल लोगों पर कार्रवाई करें. किसी भी वाट्सएप ग्रुप में ऐसी सूचना अादान-प्रदान होंगी, एडमिन के साथ-साथ इनमें शामिल सभी लोगों पर अधिकतम सजावाली कार्रवाई सुनिश्चित होगी.

सवाल: युवाओं में कोरेक्स व अन्य नशीली दवाओं का प्रभाव बढ़ने से अपराध बढ़ रहा है.

जवाब: वैसे क्षेत्रों को टारगेट किया जा रहा है, जहां कोरेक्स का कारोबार होता है. सभी डीएसपी और थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि इन चीजों पर रोक लगे. आनेवाले दिनों में ठोस कार्रवाई होगी.

सवाल: कोल खनन व विकास कार्यों में उग्रवादियों की दखल को कैसे रोकेंगे.

जवाब: भाकपा माओवादी, जेपीसी, टीपीसी एवं अन्य संगठनों के विरुद्ध अभियान चल रहा है पुरुषोत्तम गंझू अपने संगठन को फिर तैयार करना चाह रहा था, जिसे खत्म कर दिया गया. पुलिस सूचना तंत्र को मजबूत कर कार्रवाई हो रही है.

सवाल: जनता और पुलिस के बीच दूरियां कम हों, इसके लिए क्या करेंगे.

जवाब: सभी एसपी को निर्देश दिया गया है कि कोरोना महामारी से उबरने के बाद बीट पुलिसिंग पर विशेष ध्यान देंगे. हजारीबाग एसपी ने हेलो पुलिस एेप जारी किया है. आनेवाले दिनों में कई और नये तरीके सामने लायेंगे.

Post by : Pritish Sahay

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