सात दिवसीय भागवत कथा के अंतिम दिन सुदामा चरित्र का वर्णन
भागवत ज्ञानयज्ञ की यह सात दिवसीय कथा 18 अप्रैल को आरंभ हुई थी

झुमरीतिलैया. शहर के सीएच स्कूल रोड स्थित मोदी भवन में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का समापन सुदामा चरित्र एवं सुखदेव जी की विदाई प्रसंग के साथ हुआ. भागवत ज्ञानयज्ञ की यह सात दिवसीय कथा 18 अप्रैल को आरंभ हुई थी, जिसे प्रयागराज से पधारे भगवत भूषण परम पूज्य श्री देवाचार्य जी महाराज ने कथा के रूप में प्रस्तुत किया. कथा में श्रीराम मंदिर के योगाचार्य श्री गोपेश्वर पांडेय का भी विशेष मार्गदर्शन रहा. कथा के अंतिम दिन की विशेषता यह रही कि सुखदेव जी के मुख से यदुवंश के विनाश की मर्मस्पर्शी कथा सुनायी गयी, जिसने उपस्थित श्रद्धालुओं को गहरे भाव में डुबो दिया. भागवत तत्व की गहराई बताते हुए कथा के अंतिम चरण में ऊधव प्रसंग भी सुनाया गया. आयोजन के मुख्य यजमान डॉ किरण मोदी एवं डॉ राकेश मोदी थे. वहीं आयोजनकर्ता जीवन ज्योति हॉस्पिटल के सुनैना मोदी एवं रामकुमार मोदी थे. महायज्ञ का समापन पूर्णाहुति एवं भंडारा के साथ हुआ. भंडारा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया. झुमरीतिलैया. शहर के सीएच स्कूल रोड स्थित मोदी भवन में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का समापन सुदामा चरित्र एवं सुखदेव जी की विदाई प्रसंग के साथ हुआ. भागवत ज्ञानयज्ञ की यह सात दिवसीय कथा 18 अप्रैल को आरंभ हुई थी, जिसे प्रयागराज से पधारे भगवत भूषण परम पूज्य श्री देवाचार्य जी महाराज ने कथा के रूप में प्रस्तुत किया. कथा में श्रीराम मंदिर के योगाचार्य श्री गोपेश्वर पांडेय का भी विशेष मार्गदर्शन रहा. कथा के अंतिम दिन की विशेषता यह रही कि सुखदेव जी के मुख से यदुवंश के विनाश की मर्मस्पर्शी कथा सुनायी गयी, जिसने उपस्थित श्रद्धालुओं को गहरे भाव में डुबो दिया. भागवत तत्व की गहराई बताते हुए कथा के अंतिम चरण में ऊधव प्रसंग भी सुनाया गया. आयोजन के मुख्य यजमान डॉ किरण मोदी एवं डॉ राकेश मोदी थे. वहीं आयोजनकर्ता जीवन ज्योति हॉस्पिटल के सुनैना मोदी एवं रामकुमार मोदी थे. महायज्ञ का समापन पूर्णाहुति एवं भंडारा के साथ हुआ. भंडारा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.
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