ढिबरा को वैध बनाने को लेकर सरकार को नीति लानी होगी : अध्यक्ष
ढिबरा स्क्रैप मजदूर संघ कोडरमा की बैठक गुरुवार को लक्खीबागी स्थित वसुंधरा गार्डन सभागार में हुई. अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष कृष्णा सिंह घटवार व संचालन जिला सचिव राजकिशोर सिंह ने किया.
कोडरमा. ढिबरा स्क्रैप मजदूर संघ कोडरमा की बैठक गुरुवार को लक्खीबागी स्थित वसुंधरा गार्डन सभागार में हुई. अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष कृष्णा सिंह घटवार व संचालन जिला सचिव राजकिशोर सिंह ने किया. बैठक में ढिबरा स्क्रैप कार्य को पुनर्जीवित करने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. मौके पर संघ के अध्यक्ष कृष्णा सिंह घटवार ने कहा कि ढिबरा को लेकर हेमंत सरकार का सकारात्मक पहल का भरोसा अब टूट रहा है. मुख्यमंत्री ने 17 जनवरी 2022 को सांकेतिक तौर पर ढिबरा नीति को लागू करने को लेकर डोमचांच के पहाड़पुर में ढिबरा लदे वाहन को डंप के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, लेकिन तीन साल बाद ढिबरा नीति लागू नहीं हो पायी है, जिसका खामियाजा कोडरमा के जंगली क्षेत्र में रहने वाले लाखों गरीबों को भुगतना पड़ रहा है. ढिबरा को वैध बनाने को लेकर झारखंड सरकार को हर हाल में नीति लानी ही होगी. हेमंत सोरेन ने चुनाव में वादा किया था कि सत्ता में दुबारा लौटे तो, ढिबरा को को-ऑपरेटिव के जरिये वैध बनायेंगे. राज्य में दुबारा हेमंत सोरेन की सरकार है. ढिबरा मजदूरों को इस सरकार से काफी उम्मीदें हैं. उन्होंने कहा कि संघ का प्रतिनिधिमंडल सीएम हेमंत सोरेन से फरवरी के प्रथम सप्ताह में मुलाकात कर ढिबरा नीति को लागू करने की मांग करेगी. सरकार ढिबरा नीति पर सकारात्मक पहल को लेकर कोई ठोस पहल नहीं करेगी तो विधानसभा सत्र के दौरान संघ आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी. इस अवसर पर इस्लाम खान, कलीम अंसारी, नारायण सिंह, राजकुमार भुइयां, देवंती देवी, संतोष साव, विजय सिंह, दिनेश यादव, सुरेश अगेरिया, चंद्रिका साव, अशोक भुइयां, राजकुमार यादव, अजित यादव, विशाल कुमार, मो यूसुफ, शंकर तुरिया, सकलू मुंडा, रवींद्र मुंडा, गुड़िया देवी, यशोदा देवी, छाया कुमारी, लीलावती देवी, मानती देवी, मुन्नी देवी, आरती देवी, पुष्पा देवी आदि मौजूद थे.
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