Indiran Railways News : झुमरीतिलैया (कोडरमा) : प्रतिबंधित साफ्टवेयर रियल मैंगे (Restricted Software Real Mange), ओसियन (Ocean), स्पार्क वी-टू (Spark V-Two) का प्रयोग कर पर्सनल यूजर आईडी से रेलवे का ई टिकट बनाकर कालाबाजारी करने के मामले का आरपीएफ ने खुलासा किया है. आरपीएफ कोडरमा की टीम ने गिरिडीह के गांवा बाजार स्थित एक दुकान में छापामारी कर इस धंधे में शामिल 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. ई टिकट कालाबाजारी से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
गिरफ्तार आरोपियों में गौतम कुमार पासी पिता छोटू पासी एवं आनंद कुमार सिंह पिता व्यास कुमार सिंह निवासी गांवा गिरिडीह शामिल हैं. इनके पास से 18 अलग-अलग पर्सनल यूजर आईडी से बनाये गये भविष्य की यात्रा के 9 टिकट बरामद की है, जिसकी कीमत 11,115 रुपये एवं पूर्व की यात्रा के 10 टिकट जिसका मूल्य 8455 रुपये के साथ कुल 19 टिकट जिसकी मूल्य 19,570 रुपये बरामद की है.
इसके साथ ही एक लैपटॉप, डेस्कटॉप, प्रिंटर, सीपीयू जब्त किया गया है. उक्त जानकारी आरपीएफ इंस्पेक्टर जवाहर लाल ने मंगलवार को दी. उन्होंने बताया कि प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त पूर्व मध्य रेल हाजीपुर एवं मंडल सुरक्षा आयुक्त धनबाद के निर्देश पर मुख्यालय से प्राप्त रेयर मैंगो साफ्टवेयर से संबंधित संदिग्ध मोबाइल नंबर (7033752708) की जांच को लेकर एक टीम गांवा बाजार पहुंची. यहां एक दुकान पर 2 लोग गौतम कुमार एवं आनंद कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया.
रेयर मैंगो साफ्टवेयर के संबंध में जब आरोपियों से पूछताछ की गयी, तो इनके द्वारा बताया गया कि उक्त साॅफ्टवेयर ज्यादा हाईलाइट हो जाने के कारण हैकरों द्वारा बंद कर दिया गया है. अब इससे टिकट नहीं बनाते हैं. पहले इसी साफ्टवेयर से टिकट बनाते थे.
वहीं, इंस्पेक्टर ने बताया कि कोविड-19 की वजह से इन दिनों कम ट्रेनों का परिचालन हो रहा है, जिसका फायदा उठाते हुए आरोपी अन्य किसी का टिकट बनाकर 200 से 400 रुपये अधिक लेते थे. निजी यूजर आईडी का इस्तेमाल कामर्शियल रूप में किया गया है. दोनों के विरुद्व आरपीएफ पोस्ट कोडरमा में मुकदमा संख्या 51/20 दर्ज किया गया है. छापामारी दल में आरपीएफ हजारीबाग पोस्ट के इंस्पेक्टर पंकज कुमार, कोडरमा के कुमार नयन सिंह, सुनील कुमार यादव, अमन कांत, विकास कुमार मिश्रा शामिल थे.
Posted By : Samir Ranjan.