निजी अस्पतालों की हुई जांच, मिली कई खामियां
रसोई घर में प्रसव कक्ष संचालित किया जा रहा था़
कोडरमा बाजार. क्लिनिकल एस्टीबलिशमेंट एक्ट के राज्य नोडल एवं कंस्लटेंट के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को झुमरीतिलैया स्थित विभिन्न निजी नर्सिंग होम और हॉस्पिटलों में जांच की़ टीम में उप निदेशक डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह के अलावा राज्य स्तरीय पदाधिकारी और सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार शामिल थे़ टीम को जांच के क्रम में निजी अस्पतालों में भारी खामियां मिलीं. राज्य स्तरीय टीम के समन्वयक राहुल कुमार सिंह ने बताया कि जांच में कई प्रकार की खामियां पायी गयी हैं. जया हॉस्पिटल में रसोई घर में प्रसव कक्ष संचालित किया जा रहा था़ टीम जब हॉस्पिटल पहुंची, तो एक भी डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट नहीं मिले़ सिर्फ दो स्टॉफ नजर आये. पूछताछ के क्रम में दोनों कर्मियों के पास किसी प्रकार की डिग्री नहीं मिली़ इसके अलावा अस्पताल संचालन से संबंधित कोई भी कागजात प्रस्तुत नहीं किया गया़ भर्ती मरीजों का भी कोई रिकार्ड नहीं मिला़ उन्होंने बताया कि जांच के क्रम में पाया गया कि नर्सिंग होम मालिक का घर और हॉस्पिटल एक ही भवन में संचालित किया जा रहा है़ इससे प्रतीत होता है कि नर्सिंग होम पूरी तरह नियम विरुद्ध संचालित हो रहा है़ कश्यप हॉस्पिटल में भी जांच के दौरान कई खामियां मिलीं. अस्पताल में मरीजों से संबंधित न तो कोई रिकॉर्ड मिला और न ही अन्य जरूरी कागजात़ वहीं ग्लोबल हॉस्पिटल में भी जांच के दौरान एक भी डॉक्टर और डिग्री होल्डर स्टाफ नहीं पाये गये. अस्पताल में दो मरीज भर्ती मिले, जिनसे पूछताछ में पता चला कि डॉ नरेंद्र उनका इलाज कर रहे हैं, परंतु संबंधित डॉक्टर का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला़ मंगलम हॉस्पिटल में भी जांच के दौरान कई गड़बड़ियां मिली़ इस हॉस्पिटल में दो मरीज मिले, मगर पूछताछ में मरीजों ने बताया कि कौन डॉक्टर उनका इलाज कर रहा है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है़ उपरोक्त चारों हॉस्पिटल में फायर एनओसी और प्रदूषण से संबंधित एनओसी भी नहीं मिला़ राज्य समन्वयक श्री सिंह ने बताया कि जांच के दौरान सिर्फ आर्यन हॉस्पिटल नियम संगत संचालित पाया गया़ अस्पताल में सभी प्रकार के रिकॉर्ड मेंटेन मिले़ उप निदेशक डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पांच निजी हॉस्पिटलों की जांच की गयी, जिसमें एक हॉस्पिटल आर्यन को छोड़ कर सभी में विभिन्न प्रकार की अनियमितता पायी गयी है. उपरोक्त हॉस्पिटल पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी़ इनके विरुद्ध आर्थिक दंड के साथ-साथ हॉस्पिटल बंद करने की अनुशंसा करते हुए विभाग को रिपोर्ट सौंपी जायेगी़ मौके पर सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार, डीपीएम महेश कुमार, डीडीएम पवन कुमार आदि मौजूद थे़ निजी अस्पतालों की जांच के बाद टीम के पदाधिकारी सदर अस्पताल पहुंचे और विभिन्न वार्डों का औचक निरीक्षण किया़ साथ ही मरीजों से मिल कर अस्पताल द्वारा उपलब्ध करायी जा रही व्यवस्था की जानकारी ली़ इस दौरान सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया़
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