झुमरीतिलैया. शहर से जैन समाज के 150 श्रद्धालु भक्त गिरिडीह पहुंचे और वहां आचार्य श्री 108 विनिश्चय सागर जी गुरुदेव और कोडरमा के लाल प्रांजल सागर जी गुरुदेव को श्रीफल अर्पित कर कोडरमा शहर आने का आमंत्रण दिया़ जैन संत आचार्य विनिश्चय सागर व जैन संत प्रांजल सागर जी हजारों किलोमीटर पैदल चलकर गिरिडीह पहुंचे हैं. आमंत्रण देते हुए निवर्तमान पार्षद पिंकी जैन ने कहा कि झुमरीतिलैया धर्म नगरी संतों की नगरी है. यहां की धरती पूजनीय है़ 14 वर्ष के बाद कोडरमा के लाल जैन संत प्रांजल सागर अपने जन्म स्थान झुमरीतिलैया आयेंगे. यह सूचना पाकर पूरे समाज में खुशी की लहर है़ 14 वर्ष पूर्व उन्होंने आचार्य विनिश्चय सागर जी से दीक्षा ली थी और उनके साथ हजारों किलोमीटर पैदल धर्म यात्रा के लिए निकल गये थे़ समाज के मंत्री नरेंद्र झाझरी सह मंत्री राज छाबड़ा, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र जैन, काला भंडारी, सुनील जैन सेठी, पूर्व मंत्री ललित सेठी, कोषाध्यक्ष सरोज पापड़ीवाल, नीलम सेठी, आशा गंगवाल आदि समाज के पदाधिकारी गुरुदेव के पास प्रार्थना लेकर तिलैया आने का आमंत्रण के लिए पहुंचे थे़ इस अवसर पर विकास सेठी, रौनक कासलीवाल, राहुल छाबड़ा, अभिषेक गंगवाल, लोकेश पटौदी आदि भी मौजूद थे़ ज्ञात हो कि जैन संत प्रांजल सागर जी के गृहस्थ अवस्था की माता कुसुम देवी-पिता महावीर कासलीवाल मामा समाज के कोषाध्यक्ष सुरेंद्र जैन काला हैं, जो धर्म सेवा और समाज सेवा में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाते हैं.
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