जयनगर. प्रखंड के पथलकुदवा गांव में शनिवार रात ताजदारे मदीना कॉन्फ्रेंस जलसा का आयोजन किया गया़ अध्यक्षता जिब्राईल अहमद इस्माइली इमाम नूरी मस्जिद ( पथलकुदवा) व संचालन कारी इजरायल कमर ने किया. मौके पर बिहार के नवादा से आये हजरत अल्लामा मौलाना सैयदऐनुद्दीन चिश्ती ने कहा कि इस्लाम अमन और इंसानियत का पैगाम देता है. इस्लाम ने पैगाम दिया है कि दीन दुखियों का सहारा बने, एक दूसरे को सहयोग करें और इंसानियत को बढ़ावा देने के लिए कार्य करें. शिक्षा पर बल देते हुए हजरत मौलाना सीद्दक हसन झारखंडी, मौलाना फफरीदुल कादरी व मौलाना ताहिर रजा ने कहा कि अपने मदरसे और मस्जिदों की हिफाजत करें. जलसा मनोरंजन का जरिया नहीं है, बल्कि जलसा में आकर तकरीर को सुनकर अपने ईमान को ठीक करें और शरीयत के तकाजों पर अमल करें. जिस तरह हम बहुमूल्य वस्तुओं की कदर काफी संजीदगी से करते हैं, उसी तरह हमें अल्लाह के बताये रास्ते पर चलना चाहिए़ इससे अल्लाह हमारी हिफाजत करेगा़, क्योंकि कयामत के समय हमें अपने कर्मों का ही लाभ मिलेगा़ धर्म की रक्षा करना सभी मोमिनों का कर्तव्य है. बच्चों को दिनी तालीम देना अति आवश्यक है़ दिनी तालीम के बिना जीवन जीना काफी कठिन है़ शिक्षा ही एक ऐसी चीज है, जिसे कोई चुरा नहीं सकता़ आज युवा पीढ़ी में शराब का चलन बढ़ रहा है, जिससे उन्हें बचने की जरूरत है़ आज अगर वे बुरी आदतों से किनारा नहीं करेंगे, तो आनेवाले उनके वारिस भी उसी रास्ते पर चलेंगे़ कार्यक्रम के अंत में मुल्क की भलाई की दुआ मांगी गयी. जलसे को सफल बनाने में गांव के सभी युवाओं ने अपनी अहम भूमिका निभायी.
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