प्रखंड के साथ निवासी खगेंद्र प्रसाद रजक को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलने के बाद भी अब तक अपना भवन का सपना पूरा नहीं हो सका है़ गोतिया से विवाद व प्रशासन के असहयोग के कारण वे चार माह से अंचल व पुलिस प्रशासन का चक्कर लगाने को मजबूर है़ गरीब खगेंद्र प्रसाद रजक ने बताया कि वर्ष 2022 में उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मिला था़ उन्होंने अपने जमीन खाता नंबर 40 प्लॉट 701 पर आवास का निर्माण शुरू किया था,
लेकिन पिछले चार माह से गांव के ही गोतिया कन्हाई राम, सूरज कुमार, राहुल कुमार सहित उनके परिवार ने जबरन अपना जमीन बताकर निर्माण कार्य को बंद करा दिया है़ उन्होंने बताया कि इस मामले में जून 2022 को अंचलाधिकारी को आवेदन दिये थे, जहां दोनों पक्षों को बुलाकर सुनवाई करते हुए अंचलाधिकारी ने सूरज कुमार के आवेदन को खारिज कर दिया था.
इसके बावजूद भी उनलोगों द्वारा आवास बनाने में बाधा पहुंचाया जा रहा है़ उन्होंने बताया कि कार्य में बाधा पहुंचाने को लेकर 11 सितंबर को जयनगर थाना में भी आवेदन दिया गया है़ परंतु वहां से भी कोई सुनवाई नहीं हुआ़ पुलिस ने खुद स्थल जाकर निर्माण कार्य को बंद करा दिया है़ 12 सितंबर को इसे लेकर पुलिस अधीक्षक से भी मिलकर आवेदन सौंपकर गुहार लगाया है, परंतु आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
पीड़ित खगेंद्र प्रसाद रजक ने यह भी बताया कि आवास नहीं बनने के कारण वे सभी परिवार मिट्टी के जर्जर मकान में रहने को विवश है़ इस बारिश में उक्त कच्चा मकान कभी भी ध्वस्त हो सकता है़ उन्होंने बताया कि एक सप्ताह के अंदर प्रशासन ने प्रधानमंत्री आवास बनाने को लेकर न्याय नहीं दिलाया, तो बाध्य होकर सभी परिवार प्रखंड मुख्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठेंगे़ जिसकी सारी जवाबदेही प्रशासन की होगी.