Koderma News: डॉक्टरों ने दर्ज कराई FIR, युवक ने कर ली आत्महत्या, सुसाइड नोट से ये बात आई सामने
कोडरमा में एक युवक ने मानसिक रूप से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. मृतक ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा है जिसमें उसने दो चिकित्सकों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है.
Koderma News : कोडरमा के सतगावां थाना क्षेत्र के शिवपुर में थाना क्षेत्र के शिवपुर में मंगलवार की देर रात करीब दस बजे एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान 27 वर्षीय सुमंत कुमार पिता अजय कुमार सिंह के रूप में हुई है. मृतक ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था जिसमें उसने अपनी आत्महत्या के कारण का जिक्र किया है.
मानसिक रूप से परेशान था युवक, डॉक्टरों को ठहराया जिम्मेदार
मृतक के कमरे से एक कथित सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें मानसिक रूप से परेशान होने व इसके लिए सतगावां के पूर्व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सत्यनारायण भकत व डॉ प्रियांशु वर्णवाल को जिम्मेवार बताया है. सुसाइड नोट में लिखी गई बातों के अनुसार पिछले दिन सतगावां सीएचसी में इलाज कराने के दौरान हुए वाक्ये व इसके बाद दर्ज कराए गए एफआईआर से वह मानसिक रूप से परेशान हो गया था.
पिता ने चिकित्सकों पर केस दर्ज करने के लिये दिया आवेदन
इधर, अपने पुत्र के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने के बाद पिता ने सतगावां थाना में सुसाइड नोट का हवाला देते हुए मौत के लिए दोनों डॉक्टरों को जिम्मेवार मानते हुए केस दर्ज करने को लेकर आवेदन दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मृतक के पिता ने बताया पूरा मामला
थाना को दिए आवेदन में मृतक के पिता अजय कुमार सिंह ने कहा है कि 29 सितंबर 2024 को उनके पुत्र सुमंत की तबीयत खराब हो गई थी. दोपहर में उसे लेकर सीएचसी गए तो डॉक्टर नहीं थे. बीस मिनट बाद डॉक्टर ने आकर इलाज किया इसके बाद हम पुत्र को लेकर घर आ गए. रात करीब 8:35 बजे पुत्र को परेशानी हुई तो फिर से उसे लेकर सीएचसी गए, जहां चिकित्सक नदारद थे. सुमंत अस्पताल में कुर्सी पर ही बेहोश हो गया.
डॉक्टरों पर लगाया गाली गलौज करने का आरोप
मृतक के पिता ने बताया कि कुछ देर बाद वहां डॉ प्रियांशु वर्णवाल पहुंचे, जबकि इसके कुछ मिनट बाद डॉ सत्यनारायण भकत पहुंचे और मेरे साथ गाली गलौज करते हुए अभद्र व्यवहार किया. अस्पताल में मौजूद मेरे पुत्र के अलावा भतीजा निशांत कुमार के विरुद्ध बाद में डॉ प्रियांशु वर्णवाल ने केस दर्ज करा दिया. केस दर्ज होने के बाद से उनका पुत्र मानसिक रूप से परेशान था. इस बात का जिक्र उसने अपने कमरे में आत्महत्या किए जाने से पहले लिखे गए सुसाइड नोट में भी किया है. कथित सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि मेरा जीवन ठीक से चल रहा था, पर मेरी तबीयत खराब होने के बाद सतगावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बहुत बुरा बर्ताव हुआ. ऊपर से केस दर्ज करा दिया गया.