Labor Law protest in koderma : श्रम कानून का मजदूर संगठनों ने किया विरोध, सीटू, एक्टू और एटक ने निकाला मार्च
केंद्र सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध दिवस कार्यक्रम के तहत सीटू, एक्टू और एटक के संयुक्त बैनर तले विरोध-प्रदर्शन किया गया.
कोडरमा : केंद्र सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध दिवस कार्यक्रम के तहत सीटू, एक्टू और एटक के संयुक्त बैनर तले विरोध-प्रदर्शन किया गया. इस दौरान पूर्णिमा टॉकिज परिसर से झंडा चौक तक विरोध मार्च निकाला गया. साथ ही प्रेम प्रकाश की अध्यक्षता में नुक्कड़ सभा हुई. मौके पर सीटू राज्य कमेटी सदस्य संजय पासवान ने कहा कि कारपोरेट आकाओं को खुश करने के लिए भाजपा सरकार ने सभी संसदीय परंपराओं को ताक पर रख कर किसान, मजदूर विरोधी कृषि एवं लेबर बिल को पारित कराया है.
श्रम कानूनों में मालिक पक्षीय बदलाव कर उन्हें गुलाम बनाने की साजिश, किसानों को बर्बाद करने वाले कानूनों को संसद से जबर्दस्ती पारित कराने, जानलेवा बेरोजगारी, कामबंदी, जबरन रिटायरमेंट, राष्ट्रीय संपदा की लूट और देश की आर्थिक संप्रभुता का आधार सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण किये जाने का विरोध करती है. एक्टू के जिला संयोजक विजय पासवान ने कहा कि केंद्र सरकार की अलोकतांत्रिक हरकत देश के संघीय ढांचे को कमजोर करेगा.
सरकार का जनविरोधी व किसान विरोधी फैसला हमारी कृषि उत्पादन /आधारित अर्थ व्यवस्था में कॉरपोरेट परस्त परिवर्तन करने के साथ साथ कृषि उपज के व्यापार को बड़े जमींदारों व कॉरपोरेट गठबंधन के पक्ष में कर देगा. निर्माण मजदूर यूनियन के नेता प्रेम प्रकाश ने कहा कि एक ओर किसानों पर जुल्म ढाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ संसद में श्रम कानूनों को मालिक के पक्ष में करने के लिए लेबर बिल पास करा लिया गया है.
जहां 300 से कम मजदूर काम करते हैं. वहां मजदूरों की छंटनी की छूट मिल जायेगा. ट्रेड यूनियन के नेताओं ने 25 सितंबर को किसान संगठनों के देशव्यापी आंदोलन को समर्थन करने का ऐलान किया. विरोध-प्रदर्शन में शंभु पासवान, महेंद्र तुरी, परमेश्वर यादव, सुरेंद्र राम, शिवपूजन पासवान, रवींद्र भारती, अशोक रजक, रामचंद्र राम, विश्वनाथ यादव, सहदेव दास, पिंटू मोदी, रोहित यादव, उमेश दास, बोधी दास, विकास रजक आदि मौजूद थे.
posted by : sameer oraon