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कोरेंटिन से भागकर पहुंच गये घर, अपनों को ही कर दिया संक्रमित

कोडरमा : जिले में कोरोना के संक्रमण का फैलाव का मामला अब दूसरे तरह का सामने आ रहा है. पहले सिर्फ रेड जोन इलाकों दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता आदि शहरों से लौटकर आये लोग ही कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे थे. यही नहीं इनमें से अधिकतर के अपने गृह जिले में वापसी के बाद कोरेंटिन सेंटर व आइसोलेशन में रहने की वजह से गांव व घर के लोग भी संक्रमण से बच रहे थे, पर कुछ लोगों की लापरवाही का परिणाम अब परिवार वाले भुगतने को विवश हुए हैं.

कोडरमा : जिले में कोरोना के संक्रमण का फैलाव का मामला अब दूसरे तरह का सामने आ रहा है. पहले सिर्फ रेड जोन इलाकों दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता आदि शहरों से लौटकर आये लोग ही कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे थे. यही नहीं इनमें से अधिकतर के अपने गृह जिले में वापसी के बाद कोरेंटिन सेंटर व आइसोलेशन में रहने की वजह से गांव व घर के लोग भी संक्रमण से बच रहे थे, पर कुछ लोगों की लापरवाही का परिणाम अब परिवार वाले भुगतने को विवश हुए हैं. पेश है कोडरमा से विकास कुमार की रिपोर्ट…

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29 मई की देर रात सामने आये सात मामलों में से तीन मामलों की हिस्ट्री यह बताती है कि वे दूसरे बड़े शहर से अपने घर नहीं लौटे हैं, पर इनके परिवार के किसी सदस्य के बाहर से आने के कारण उन्हें संक्रमण का शिकार होना पड़ा. इन मामलों का सबसे अलग पहलू यह भी है कि कोरोना को मात देकर शनिवार को रिलीज हुए 19 लोगों में शामिल दो युवकों के छोटे पुत्रों को गत रात ही पॉजिटिव पाए जाने पर कोविड अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है.

जानकारी के अनुसार बीते दिन चेन्नई से बस से लौटे हरिजन मोहल्ला के तीन व पेठियाबागी का एक युवक 23 मई को सामने आई रिपोर्ट में पॉजिटिव मिले थे. इसमें से हरिजन मोहल्ला व पेठियाबागी निवासी 31 वर्षीय युवक कुछ देर के लिए स्थानीय कोरेंटिन सेंटर से भाग कर अपने घर चले गये थे. उस समय एहतियात के तौर पर प्रशासन ने सिर्फ परिवार वालों को कोरेंटिन करते हुए सैंपल लिया था. इन सैंपल की जांच में युवकों के चार वर्षीय और नौ वर्षीय पुत्र संक्रमित मिले. ऐसे में अब प्रशासन ने उक्त दोनों गांव में संक्रमण के खतरा को देखते हुए कंटेनमेंट जोन बना दिया है.

इधर, बाहर से आकर सीधे घर जाने से भी परिवार के एक दूसरे सदस्य के संक्रमित होने का भी मामला जयनगर से जुड़ा है. गोहाल के हरिजन टोला निवासी पॉजिटिव मिली 22 वर्षीय महिला का कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है, बल्कि इस महिला के पति का भाई गत दिन दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस से लौटा था और सीधे अपने घर आ गया था. इस युवक के साथ दिल्ली से लौटा उसका चचेरा भाई भी पॉजिटिव मिला है, जबकि महिला का पति जो मुंबई से लौटा है उसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी है.

मात्र छह दिन में स्वस्थ हो गये दस लोग

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जिले के लिए राहत की बात है कि जिन 19 लोगों को शनिवार को कोविड अस्पताल से छुट्टी दी गयी, उनमें से सभी दस दिन के अंदर स्वस्थ हो गये. यही नहीं छह लोगों की री सैंपलिंग रिपोर्ट तो मात्र छह दिन में ही निगेटिव आ गयी. जिन 19 लोगों ने कोरोना को मात दी है उनमें से दो को 19 मई, पांच को 20 मई, दो को 21 मई व 10 को 23 मई को विशेष कोविड अस्पताल होली फैमिली में भर्ती कराया गया था. इस दिन से इन्हें गाइडलाइन के अनुसार दवाइयों के साथ ही पौष्टिक आहार दिया जा रहा था.

इधर, जयनगर में बढ़ रहे मामले, बढ़ी चिंता

जयनगर प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की दशहत बढ़ते जा रही है. अब तक कुल 15 पॉजीटिव केस सामने आ चुके हैं. हालांकि, इनमें से 11 स्वस्थ्य भी हो चुके हैं. 29 मई की रात जयनगर प्रखंड मुख्यालय के हरिजन मोहल्ला व पेठियाबागी से दो व गोहाल से दो पॉजिटिव केस सामने आए. ऐसे में डीसी के निर्देशानुसार जयनगर पूर्वी व पश्चिमी को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए मुख्य मार्ग को पेठियाबागी के समीप तथा डिजनीलैंड मेला के पास बैरिकेंडिग कर सील कर दिया गया. जबकि हाई स्कूल जयनगर, लोहाडंडा, प्रखंड मुख्यालय तथा नूरी मस्जिद सांथ के समीप के इलाकों को भी सील किया गया है.

इन इलाकों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा. वहीं नौ गावों को बफर जोन में शामिल किया गया है. बफर जोन में लोहाडंडा, तरवन, इरगोबाद, गरचांच, कंझियाडीह, पावर हाउस, बागोडीह, कटहाडीह व खेशकरी शामिल हैं. इससे पहले गोहाल को कंटेनमेंट जोन बनाया गया था. जयनगर हरिजन मोहल्ला व पेठियाबागी निवासी चार व नौ वर्ष के बच्चे संक्रमित मिले हैं. सीओ विजय हेमराज खलको ने बताया कि मुख्य मार्ग पर लगे बैरियर से वही लोग पास कर सकते है जिनके पास वाहन का आवश्यक कागजात हो और किसी आवश्यक काम से निकले हों. आम राहगीरों का इस राह से गुजरना बंद रहेगा.

उन्होंने यह भी बताया कि कंटेनमेंट जोन में प्रशासनिक स्तर पर सभी सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी, ताकि किसी को कोई परेशानी न हो सके. इधर, इलाके के सील होने से लोगों की दहशत और बढ़ गयी है. अब लोग एक दूसरे से मिलने से भी परहेज कर रहे हैं. मौके पर बीडीओ अमित कुमार, सीओ विजय हेमराज खलको, थाना प्रभारी श्यामलाल यादव, स्वास्थ्य कर्मी शैलेंद्र तिवारी आदि मौजूद थे.

मरकच्चो का डोंगोडीह निवासी गया था घर, फिर भी कंटेनमेंट जोन नहीं

29 मई की देर रात पॉजिटिव मिले मरकच्चो प्रखंड के दो लोगों में से नावाडीह पंचायत का डोंगोडीह निवासी एक व्यक्ति अपने घर गया था. यही नहीं उसके द्वारा स्थानीय एक डाक्टर के पास जाकर इलाज कराने की बात भी सामने आई है. बावजूद उक्त इलाके को कंटेनमेंट जोन शनिवार देर शाम तक नहीं बनाया गया था. बताया जाता है कि उक्त व्यक्ति मुंबई हुलासनगर से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 16 मई को कोडरमा आया था.

जेजे कॉलेज में स्क्रीनिंग कराने के बाद किसी तरह किराये की गाड़ी से गांव पहुंच गया, जहां स्थानीय भाजपा नेता ने एक ग्रामीण के खाली पड़े मकान में कोरेंटिन कर रखवा दिया. यहां वह पत्नी व तीन बच्चों के साथ रह रहा था. भाजपा नेता की ही मानें तो पांच दिन रहने के बाद उक्त व्यक्ति वहां से भाग कर अपने घर में रहने लगा. जब उसकी तबीयत खराब हुई तो उसे कोडरमा भेजा गया था.

प्रखंड प्रशासन ने शनिवार को उक्त मकान व अन्य जगहों पर सैनिटाइजेशन करवाया. इसके अलावा प्रखंड के तेलोडीह पंचायत स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय बिचरिया नईटांड में बनाए गए कोरेंटिन सेंटर में रह रहा पॉजिटिव मिला 15 वर्षीय बालक अपने पिता के साथ दिल्ली के करोलबाग से 19 मई को बस से लौटा था. उक्त विद्यालय को प्रखंड प्रशासन ने शनिवार को सैनिटाइज करवाया.

Posted By: Amlesh Nandan Sinha

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