कड़ाके की ठंड में संचालित हो रहे हैं कई निजी स्कूल
शीतलहर व कड़ाके की ठंड को देखते हुए राज्य सरकार ने आठवीं तक की कक्षाएं बंद रखने का आदेश दिया है़ आदेश के अनुसार 13 जनवरी तक आठवीं तक की कक्षाएं बंद रखनी है, पर कुछ निजी स्कूल संचालक सरकारी आदेश को धत्ता बता कर स्कूल का संचालन कर रहे हैं.
सतगावां. शीतलहर व कड़ाके की ठंड को देखते हुए राज्य सरकार ने आठवीं तक की कक्षाएं बंद रखने का आदेश दिया है़ आदेश के अनुसार 13 जनवरी तक आठवीं तक की कक्षाएं बंद रखनी है, पर कुछ निजी स्कूल संचालक सरकारी आदेश को धत्ता बता कर स्कूल का संचालन कर रहे हैं. इस समय प्रखंड में कड़ाके की ठंड पड़ रही है़ न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. ठंड की वजह से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. शीतलहरी व कड़ाके की ठंड को देखते हुए प्रखंड के सभी सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों में 31 दिसंबर से 13 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है, लेकिन कुछ निजी स्कूलों पर इस आदेश का कोई असर नहीं दिख रहा है़ शुक्रवार को सतगावां क्षेत्र के पचमौह स्थित विद्यावाहिनी रेसीडेंसियल निजी विद्यालय सहित अन्य कई निजी विद्यालय खुले रहे. यहां नर्सरी से आठवीं तक की कक्षाएं चल रहीं हैं. आदेश की अवहेलना कर स्कूल संचालित किए जाने की सूचना पर प्रखंड के सीआरपी संतोष कुमार ने नेशनल पब्लिक स्कूल का निरीक्षण भी किया़ हालांकि, इस दौरान विद्यालय में बच्चे उपस्थित नहीं मिले़ वहीं बीपीओ अशोक उपाध्याय ने कहा कि मुझे कुछ निजी विद्यालय खुला होने की शिकायत मिली थी़ इसको लेकर सीआरपी संतोष कुमार द्वारा जांच करायी गयी है़ सभी निजी विद्यालयों को 13 जनवरी तक बंद करा दिया गया है़ यदि दोबारा इस तरह की शिकायत मिलती है, तो स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी़
कड़ाके की ठंड में भी खुले हैं आंगनबाड़ी केंद्र, बच्चे परेशान
सतगावां. कड़ाके की ठंड पड़ने की वजह से सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में 13 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश चल रहा है. वहीं हाड़ कंपाने वाली इस ठंड में तीन से छह साल के बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र जाने को विवश हैं. केंद्र पर बच्चे सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक रहते हैं. इस संबंध में पूछने पर बीडीओ सह सीडीपीओ ओमप्रकाश बड़ाइक ने कहा कि ठंड को देखते हुए आगनबांडी केंद्रों में अवकाश के लिए जिले के वरीय अधिकारी से अनुमति मांगी जा रही है. अनुमति मिलते ही अवकाश की घोषणा कर दी जायेगी. अभिभावक सुमित यादव, कुंदन कुमार, ऋषिदेव प्रसाद, मनोज कुमार व पंकज कुमार का कहना है कि कड़ाके की ठंड में बच्चों को केंद्र पर भेजना जोखिम भरा है. विभाग को जल्द अवकाश की घोषणा करनी चाहिए. .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है