12 करोड़ से बना मॉडल डिग्री कॉलेज, पढ़ाई शुरू नहीं
विद्यार्थी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.
इंद्रदेव पांडेय . चंदवारा. प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कुछ वर्ष पहले नारा दिया था सब पढ़ें-सब बढ़ें. उक्त नारे व सार्थक प्रयास से स्थितियां बदलीं, तो आज प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा का स्तर कुछ अच्छा तो हो गया है, पर उच्च शिक्षा का हाल अब भी बुरा है़ कुछ इसी तरह का हाल प्रखंड का है़ यहां लोगों की मांग थी कि प्रखंड में डिग्री कॉलेज का निर्माण हो, ताकि छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए कोडरमा या हजारीबाग का रुख न करना पड़े़ इस मांग के अनुसार काम होने के बाद भी आज तक पढ़ाई शुरू नहीं होने से क्षेत्र के अभिभावक व विद्यार्थी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. यह हाल तब है, जब प्रखंड की पश्चिमी पंचायत के छठ घाट के पास मॉडल डिग्री कॉलेज का निर्माण करीब 12 करोड़ रुपये की लागत से पूर्ण हो चुका है़ कॉलेज का निर्माण पूरा हुए छह माह से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन आज तक पढ़ाई शुरू नहीं हुई है, तो विद्यार्थी अलग-अलग जगहों पर नामांकन करा पढ़ाई करने को मजबूर हैं. दूसरी ओर कुछ विद्यार्थी आर्थिक परेशानियों की वजह से दूर के कॉलेज में नामांकन नहीं करा पा रहे़ जानकारी के अनुसार, स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रयास से पश्चिमी छठ घाट के पास मॉडल डिग्री कॉलेज का निर्माण वर्ष 2018 में शुरू हुआ़ निर्माण कार्य नवंबर 2023 में पूर्ण हो चुका है़ ऐसे में उम्मीद थी कि इस सत्र से बच्चों की पढ़ाई शुरू होगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका़ रांची-पटना मुख्य मार्ग से करीब दो किमी की दूरी पर बने इस कॉलेज का संचालन विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के अधीन होना है. कॉलेज में सभी सुविधाएं बहाल की गयी है़ फिलहाल इसकी देखरेख के लिए चार गार्ड यहां रखे गये हैं. इसमें प्रदीप यादव, सुनील ठाकुर, एकरामुल हक व कृष्णा यादव शामिल हैं. उप प्रमुख खुशबू देवी ने कहा कि यहां डिग्री कॉलेज चालू हो जाता, तो प्रखंड के छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के लिए अन्यत्र नहीं जाना पड़ता़ प्रखंड की 15 पंचायत के छात्र-छात्राओं के साथ हजारीबाग के चौपारण के विभिन्न गांवों के विद्यार्थियों को फायदा मिलता़ प्रखंड के आरागारो, चौराही, महुआ दोहर, जौगी, भोंडो, पुतो, मंदनगुंडी, उरवां, कांटी, बड़की धमराय व चौपारण के करमा, वृंदा, नावाडीह आदि के छात्र-छात्राएं आराम से यहां कक्षाएं कर सकते़ फिलहाल कॉलेज का संचालन शुरू होने की उम्मीद सभी लगाये बैठे हैं.
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