शीर्ष नेतृत्व की उपेक्षा से क्षुब्ध पूर्व भाजपा विधायक ने छोड़ी पार्टी
115 समर्थकों के साथ भाजपा को अलविदा कह दिया़
जयनगर. बरकट्ठा के पूर्व विधायक जानकी यादव ने अपने 115 समर्थकों के साथ भाजपा को अलविदा कह दिया़ बरकट्ठा में चिंतन बैठक के बाद उन्होंने भाजपा छोड़ने की घोषणा की. लोकसभा चुनाव के पहले इनके पार्टी छाेड़ने से भाजपा को झटका लगा है और इसका खामियाजा कोडरमा लोकसभा चुनाव में भाजपा को भुगतना पड़ सकता है़ उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में झाविमो के टिकट पर चुनाव लड़ कर जानकी यादव विधायक बने़ उन्हें लगभग 66 हजार मत मिले थे. इसके बाद वे भाजपा में शामिल हुए और रघुवर सरकार के कार्यकाल में झारखंड आवास बोर्ड के अध्यक्ष बने़ इसके बाद 2019 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े, मगर भाजपा छोड़ कर स्वतंत्र चुनाव लड़े. लेकिन पूर्व विधायक अमित कुमार यादव से हार गये, उन्हें 50 हजार के मत मिले थे़ पूर्व विधायक श्री यादव काफी समय से अपने को उपेक्षित समझे जाने के कारण भाजपा से नाराज चल रहे थे और अंतत: लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने भाजपा छोड़ दी़ भाजपा अपने मूल सिद्धांतों से भटक रही है : जानकी
इस संबंध में पूछे जाने पर पूर्व विधायक जानकी यादव ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा उनकी और उनके निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही थी. इससे आहत होकर वे और उनके समर्थकों ने भाजपा छोड़ी. उन्होंने कहा कि भाजपा अपने मूल सिद्धांतों से भटक गयी है़ पिछले लोकसभा चुनाव में अन्नपूर्णा देवी को बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक मत मिला था़ मैं उस समय विधानसभा चुनाव संचालन समिति का संयोजक था, मगर इस बार पार्टी ने प्रत्याशी के कहने पर छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित विधायक अमित कुमार यादव को संयोजक बना दिया गया़ निष्ठावान कार्यकर्ताओं की शायद अन्नपूर्णा देवी को जरूरत नहीं है़ यह पूछे जाने पर कि अभी यह फैसला लेने का क्या मतलब है, उन्होंने कहा कि कभी कभी कुछ फैसला अचानक भी लेना पड़ता है. यह पूछे जाने पर की आगे क्या इरादा है़, उन्होंने कहा कि रामनवमी व चैती दुर्गा के बाद इसका खुलासा किया जायेगा़