कोडरमा में बिना मास्क पहने लोग और दुकानदार मिले, तो होगा मामला दर्ज, अब भी बरतें सावधानी
Jharkhand news, Koderma news : कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर कोडरमा जिला प्रशासन सख्त हो गया है. उपायुक्त ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा है कि लोग पैनिक न हों, लेकिन सभी लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. अति आवश्यक कार्यों के लिए ही घरों से निकले. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बिना मास्क पहने लोग और दुकानदार दिखें, तो उस पर कानूनी कार्रवाई होगी.
Jharkhand news, Koderma news : कोडरमा : कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर कोडरमा जिला प्रशासन सख्त हो गया है. उपायुक्त ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा है कि लोग पैनिक न हों, लेकिन सभी लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. अति आवश्यक कार्यों के लिए ही घरों से निकले. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बिना मास्क पहने लोग और दुकानदार दिखें, तो उस पर कानूनी कार्रवाई होगी.
उपायुक्त ने कहा कि सभी प्रखंड में धाव दल का गठन किया गया है. धाव दल को सार्वजनिक स्थलों पर बिना मास्क पहने लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. सरकार के निर्देशानुसार जिन दुकानों को खुलने की अनुमति प्रदान की गयी है, वहां पर सोशल डिस्टैंसिंग का सख्ती से अनुपालन कराना है. सभी दुकानदार मास्क पहने हुए और सोशल डिस्टैंसिंग का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं, इसकी जांच धावा दल के सदस्य करें. जो लोग या दुकानदार बिना मास्क पहने हुए पाये जाते हैं, तो उनके खिलाफ मामला दर्ज की जाये. साथ ही उन्हें कोरेंटिन सेंटर में रखते हुए सैंपल लिया जायेगा.
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कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं, फिर भी कोरोना संक्रमित
जिले में कोरोना की रफ्तार अब दूसरे तरह का रूप ले रही है. एक-दो ऐसे लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं जिनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. पिछले 24 घंटे में सामने आये 2 में से 1 मामला इसी तरह का है. गुरुवार (2 जुलाई, 2020) की देर रात छतरबर निवासी 52 वर्षीय जिस व्यक्ति के कोरोना संक्रमित (Coronavirus infection) होने की पुष्टि हुई है, उसकी हाल में कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. ऐसे में इसके संक्रमित होने से परिवार सकते हैं. प्रशासन ने संक्रमित व्यक्ति के परिवार के 3 सदस्य सहित 6 पड़ोसियों को कोरेंटिन किया है, वहीं संक्रमित व्यक्ति ने झुमरीतिलैया शहर के जिस निजी क्लीनिक में इलाज कराने पहुंचा था, उसे भी फिलहाल बंद करा दिया गया है.
बताया जाता है कि उक्त व्यक्ति डॉक्टर गली में संचालित एक क्लिनिक में तबीयत खराब होने पर 1 जुलाई को पहुंचा था. यहां सदर अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक अपनी सेवा देते हैं. उन्होंने उसका इलाज किया, पर कोई राहत नहीं मिलने पर 2 जुलाई को पुन: इसी क्लिनिक में इलाज कराने पहुंचा.
एहतियात के तौर पर उसे कोरोना की जांच की सलाह दी गयी. ट्रूनेट से हुई जांच में पॉजिटिव मिलने के बाद इलाज करने वाले चिकित्सक व यहां कार्यरत कर्मियों को कोरेंटिन में रहने का निर्देश दिया गया है. डाक्टर ने खुद को कोरेंटिन भी कर लिया है.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का एक कर्मी कोरोना संक्रमित
शुक्रवार (3 जुलाई, 2020) शाम को झुमरीतिलैया के ब्लॉक परिसर में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कोडरमा के एक कर्मी के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. करीब 50 वर्षीय यह कर्मी कुष्ठ विभाग के ओपीडी में कार्यरत है और मूल रूप से नवादा बिहार का रहने वाला है. बताया जाता है कि वह अक्सर अपने घर नवादा और पटना आते-जाते रहता था.
इसके संक्रमित होने के बाद स्वास्थ्य केंद्र में सेवा देने वाले डाक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मी सकते में आ गये हैं. विभाग स्तर से निर्देश के बाद डॉक्टर और कर्मी भी कोरेंटिन होंगे. ज्ञात हो कि इन 2 को जोड़ कर अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या 188 पहुंच गयी है, जिसमें से 159 स्वस्थ हो चुके हैं. 28 सक्रिय केस में से 25 लोग विशेष कोविड अस्पताल होली फैमिली और 3 रिम्स रांची में इलाजरत हैं.
छतरबर गांव बना कंटेनमेंट जोन, डीसी-एसपी ने लिया जायजा
कोडरमा प्रखंड के छतरबर निवासी 52 वर्षीय व्यक्ति की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं होने के बावजूद कोरोना संक्रमित होने से इलाके में परेशानी बढ़ गयी है. शुक्रवार को इस गांव को भी कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया. डीसी-एसपी ने गांव पहुंच कर क्षेत्र का जायजा लिया. मौजूद प्रोएक्टिव सर्विलांस टीम ने बताया कि कोरोना मरीज के परिवार के सदस्यों को कोरेंटिन सेंटर भेज दिया गया है. साथ ही मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों को चिह्नित किया जा रहा है. डीसी ने सीओ अशोक राम व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ रंजीत कुमार को निर्देशित करते हुए कहा कि क्षेत्र का लगातार निरीक्षण करें.
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सदर अस्पताल के डीएस की रिपोर्ट आयी निगेटिव
इधर, स्वास्थ्य विभाग के लिए स्थानीय स्तर पर राहत की भी खबर है. पिछले दिनों डोमचांच के दवा दुकानदार के कोरोना संक्रमित होने के बाद खुद को कोरेंटिन करने वाले सदर अस्पताल के उपाधीक्षक की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है. ऐसे में सभी ने राहत की सांस ली है. ज्ञात हो कि दवा दुकानदार डीएस के विशुनपुर रोड में संचालित निजी अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा था, जहां से उसे कोविड-19 की जांच की सलाह दी गयी थी. सीधे संपर्क में आने की वजह से डीएस व अस्पताल कर्मियों ने खुद को कोरेंटिन कर लिया था.
Posted By : Samir ranjan.