Jharkhand news, Koderma news : कोडरमा : झुमरीतिलैया शहर के झंडा चौक के पास कार पार्किंग को लेकर हुए विवाद में चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वीरेंद्र कुमार के साथ पुलिस द्वारा की गयी मारपीट का मामला सलटता नहीं दिख रहा है. घटना के बाद जहां थाना प्रभारी रामनारायण ठाकुर ने डॉक्टर पर सरकारी कामकाज में बाधा डालने सहित अन्य आरोप में केस दर्ज किया था, वहीं अब डॉक्टर के आवेदन पर भी थाना प्रभारी के साथ ही अन्य पुलिस जवानों पर केस दर्ज कर लिया गया है. वहीं, दूसरी ओर घटना के विरोध में आईएमए कोडरमा के आह्वान पर शहर के सभी निजी क्लिनिक एवं जांच घर बुधवार को बंद रहे.
आईएमए के बैनर तले डॉक्टरों ने एक दिन की बंदी की घोषणा की थी. इसी के तहत सभी क्लिनिकों में ओपीडी सेवा पूरी तरह ठप रही. यही नहीं डॉक्टरों के साथ ही कुछ दवा दुकान, जांच घर और अल्ट्रासाउंड संचालकों ने भी अपने प्रतिष्ठान को बंद रख समर्थन दिया. क्लिनिक आदि बंद रहने की वजह से दूर- दराज के इलाकों से पहुंचे मरीजों और परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
रजगड़िया रोड, डॉक्टर गली सहित अन्य जगहों पर डॉक्टरों के क्लिनिक एवं दवा दुकान के बाहर मरीज भटकते दिखे. दूर-दराज से इलाज कराने आने वाले मरीजों को खासकर ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि, आईएमए ने आपातकालीन सेवा चालू रहने की बात कही थी.
Also Read: केरेडारी में फर्जी ग्रामसभा ? एससीसी से दर्जनों नाम कटने पर मचा बवाल, ग्रामीणों ने मुखिया पर लगाया आरोपइस दौरान आईएमए कोडरमा का एक प्रतिनिधिमंडल एसपी डाॅ एहतेशाम वकारीब से मिला. प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष डाॅ एसके झा, सचिव डाॅ सुजीत कुमार राज, डाॅ एचडी सिंह, डाॅ नरेश पंडित, डॉ आरके दीपक और डाॅ सागरमनि सेठ शामिल थे. आईएमए ने एसपी के समक्ष घटना का विरोध जताते हुए आरोपी इंस्पेक्टर और अन्य जवानों को बर्खास्त करने एवं मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग रखी. इस पर एसपी ने कहा कि मामले में पहले ही इंस्पेक्टर एवं जवानों को लाइन हाजिर किया गया है. दोनों ओर से मामला भी दर्ज किया गया है. जांच रिपोर्ट भी प्राप्त हो गयी है. आगे की प्रक्रिया पूरी निष्पक्षता के साथ जायेगी. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ जरूर कार्रवाई होगी.
तिलैया थाना में डॉ वीरेंद्र कुमार के आवेदन पर दर्ज मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर रामनारायण ठाकुर, पैंथर जवान अरविंद कुमार एवं 4-5 अन्य पुलिस कर्मियों पर जान मारने की नियत से हमला करने, गाली-गलौज करने, जान मारने की धमकी देने, प्रतिष्ठा धूमिल करने की नियत से सरेआम बेईज्जत करने एवं मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है. आवेदन में डॉक्टर ने कहा है कि गत 8 अगस्त को थाना प्रभारी के कहने पर पैंथर जवान अरविंद मेरे घर आया था और मुझे जबरन तिलैया थाना जाकर थाना प्रभारी का इलाज करने का दबाव बनाया था, लेकिन थाना जाकर मैंने इलाज करने से इंकार कर दिया था.
घटना के संबंध में डॉ वीरेंद्र ने कहा कि 10 अगस्त को करीब 1:30 बजे झंडा चौक के पास प्लास्टिक सेंटर दुकान से सामान ले रहा था और अपनी गाड़ी को सड़क के किनारे पार्क किया था. इसी बीच थाना प्रभारी, पैंथर जवान एवं अन्य सिपाही मेरे गाड़ी के पास आये और गाड़ी को डंडा से मारने लगे. इस दौरान थाना प्रभारी की आवाज सुनी तो दुकान से बाहर आया और तुरंत गाड़ी हटाने की बात कही. लेकिन, थाना प्रभारी नहीं माने और गाली गलौज करना शुरू कर दिया. अपशब्द कहते हुए मुझे एक थप्पड़ भी मार दिया. विरोध करने पर थाना प्रभारी एवं सभी जवानों द्वारा लाठी, डंडा एवं लात- घुसे से बुरी तरह से पीटा गया. जान मारने की नीयत से मेरा गला दबाया गया. सभी मुझे घसीटते हुए प्लास्टिक सेंटर से ब्लॉक रोड चौराहा तक मारते-पीटते ले गये और जबरन पुलिस जीप में जानवरों की तरह ठूसकर थाना लाया गया. इस घटना की वीडियो बनाकर वायरल करने से मेरी प्रतिष्ठा धूमिल की गयी और रास्ते में मुझे सभी जवानों ने मिल कर मुझे मारा और थाना ले जाकर कोठरी में बंद कर दिया. इस दौरान भी मेरे साथ मारपीट की गयी तथा जान से मारने की धमकी दी गयी. जब लोगों की भीड़ थाने के बाहर जमा हो गयी, तो मुझे कोठरी से बाहर निकाला गया. एक साजिश के तहत एकमत होकर जान मारने की नियत से हमला किया गया.
इधर, भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने भी एसपी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में डॉ वीरेंद्र के साथ तिलैया थाना प्रभारी एवं पुलिस जवान द्वारा सरेआम की गयी मारपीट मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने को खानापूर्ति बताते हुए अापराधिक मुकदमा चलाने की मांग की गयी. ज्ञापन में नेताओं ने यह भी कहा है कि इंस्पेक्टर को तत्काल सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई की जाये. साथ ही पुलिस द्वारा थाना में किसी की इन्जूयरी काटना संदेहास्पद प्रतीत होता है और जांच को प्रभावित किया जा सकता है. इसलिए इस मामले की उच्चस्तरीय जांच दूसरे जिले के अधिकारी से करायी जाये. पार्टी नेताओं ने यह भी कहा है कि पुलिस के प्रति आम जनता में भारी असंतोष एवं आक्रोश है. इस तरह की घटना की दोबारा न हो इसे सुनिश्चित किया जाये. ज्ञापन सौंपने वालों में जिलाध्यक्ष नितेश चंद्रवंशी, पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, रमेश हर्षधर, चंद्रशेखर जोशी, अनूप जोशी, नगर अध्यक्ष देवनारायण मोदी, विनोद सिन्हा, सुमित कुमार, प्रवीण देवचंद्र आदि शामिल थे.
Posted By : Samir Ranjan.