बाल श्रम मुक्त समाज बनाने का संकल्प
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन द्वारा शुक्रवार को जिले के विभिन्न बाल मित्र ग्रामों में जागरूकता अभियान चलाया गया
कोडरमा : विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन द्वारा शुक्रवार को जिले के विभिन्न बाल मित्र ग्रामों में जागरूकता अभियान चलाया गया. छातारा, एकडरवा, शेरसिंहा, करारी, कोठियार व बंगाखलार पंचायत में बाल श्रम के खिलाफ आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में कई लोगों व बच्चों ने भाग लिया.
इस दौरान गांवों में बैठक व हस्ताक्षर अभियान चला. मौके पर बच्चों को शोषण से बचाने व बाल श्रम से मुक्त रखने को लेकर शपथ ली गयी. सत्यार्थी फाउंडेशन के जिला समन्वयक हेमांक चौबे ने बताया कि कैलाश सत्यार्थी द्वारा वर्ष 1998 में बाल श्रम के खिलाफ विश्व यात्रा की शुरुआत की गयी थी.
इस यात्रा के समापन पर जेनेवा में आइएलओ के वार्षिक अधिवेशन में कैलाश जी ने विश्व समुदाय से आग्रह किया था कि किसी एक दिन को बाल मजदूरी की समाप्ति का दिन मनाया जाये. वर्ष 2002 में संयुक्त राष्ट्र ने इसे स्वीकार कर 12 जून को बाल श्रम उन्मूलन दिवस मनाने की घोषणा की, तभी से यह दिन बाल श्रम विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है.
दुनिया भर में अभी भी लगभग 15 करोड़ बाल मजदूर हैं. संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल के तहत यह निर्णय लिया गया कि वर्ष 2025 तक पूरे विश्व को बाल श्रम मुक्त करा लिया जायेगा. इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे आना होगा. इस अवसर पर फाउंडेशन के सुरेंद्र, अनिल, मनोज, सज्जाद, उदय, आरिफ, राजू, अमित, दीपक, महेश, श्रीराम, अनिल, विक्कू आदि मौजूद थे.