झुमरीतिलैया. जिले में बसंत पंचमी को लेकर तैयारी जोरों पर चल रही है. मूर्तिकार दिन-रात मां सरस्वती की भव्य प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हैं. मां सरस्वती की पूजा तीन जनवरी को होगी. इसे लेकर शैक्षणिक संस्थानों व क्लबों द्वारा तैयारी की जा रही है़ शहर में कुछ जगहों पर सार्वजनिक रूप से बड़े स्तर पर सरस्वती पूजा की तैयारी है़ विद्यापुरी में इस बार भी तालाब के बीचोंबीच मां सरस्वती विराजमान होंगी़ यहां की प्रतिमा लोगों के आकर्षण का केंद्र रहती है़ इसके अलावा सीएच स्कूल रोड, गांधी स्कूल रोड व अन्य जगहों पर सरस्वती पूजा मनाने की तैयारी है़ पूजा को लेकर मूर्तिकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप दे रहे हैं.
60 वर्ष से प्रतिमा बना रहा है राजू का परिवार
झंडा चौक के पास क्वालिटी गली में स्थित मूर्तिकार राजू पंडित का परिवार पिछले 60 वर्षों से प्रतिमा बनाने का कार्य कर रहा है़ पहले उनके पिता यह कार्य करते थे और अब उन्होंने इस परंपरा को आगे बढ़ाया है़ राजू पंडित ने बताया कि वे केवल मिट्टी का उपयोग कर मूर्तियां बनाते हैं, ताकि पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे़ इस वर्ष उन्होंने लगभग 150 मूर्तियां बनायी है, जिनकी ऊंचाई 3 से 6 फीट तक है़ मूर्तियों की कीमत 1500 रुपये से लेकर 4000 रुपये तक है़ इनकी बनायी प्रतिमाएं चंदवारा, चाराडीह, कोडरमा, डोमचांच सहित कई इलाकों तक जाती हैं. राजू ने बताया कि समय के साथ मूर्तियों की मांग में परिवर्तन आया है़ लोग अब पारंपरिक मूर्तियों के साथ-साथ फैंसी डिजाइन को भी पसंद कर रहे हैं. सजावट की सामग्री में भी बदलाव आया है. ग्राहक अब ज्यादा आकर्षक प्रतिमाओं की मांग कर रहे हैं. बदलाव का असर हर तरफ है़ मूर्तिकार राजू का बेटा कुछ समय तक इस कार्य में पढ़ाई के साथ साथ हाथ बंटाने आता है, लेकिन अब इसमें पहले जैसा लाभ नहीं होने के कारण नई पीढ़ी की इसमें रुचि कम हो रही है़ राजू चिंतित हैं कि आने वाले समय में यह परंपरा कहीं विलुप्त न हो जाये. इधर, ज्योतिषी विनिता निशु के अनुसार बसंत पंचमी इस बार तीन फरवरी को मनायी जायेगी़ पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 9:36 बजे तक रहेगा. वहीं प्रतिमा विसर्जन चार फरवरी की शाम होगा.
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