विकास के नाम पर प्रकृति से छेड़छाड़ करना बंद करें
आपदा प्रबंधन को लेकर कार्यशाला
आपदा प्रबंधन को लेकर कार्यशाला
28कोडपी11उपहार भेंट करते़प्रतिनिधि
कोडरमा. सामाजिक संस्था समर्पण द्वारा दूधी माटी स्थित होटल सिलिब्रेशन में आपदा प्रंबधन कार्यों के सफल क्रियान्वयन को लेकर कार्यशाला सह आइएजी बैठक का आयोजन किया गया़ बैठक में मुख्य रूप से रांची से आये इंटर एजेंसी ग्रुप झारखंड के प्रोग्राम डायरेक्टर सुरेंद्र झा, राज्य समन्वयक सुवीर कुमार, डायरेक्टर फाइनेंस शैली मैथ्यू मौजूद थे़ इंटर एजेंसी ग्रुप-झारखंड के राज्य समन्वयक सुबीर कुमार ने आइएजी के मिशन पर चर्चा करते हुए कहा कि झारखंड सहित पूरे विश्व में जल स्तर नीचे जा रहा है़ विकास के नाम पर हम प्रकृति से छेड़छाड़ कर रहे है़ं इसकी रोकथाम के लिए सरकार के पास योजनाएं तो हैं, मगर लोगों के पास जानकारी नहीं है़ प्रोग्राम डायरेक्टर शुभेंद्र झा ने कहा कि विकास के नाम पर हम प्रकृति से दूर और सीमेंट, बालू और छड़ के करीब पहुंच गये हैं. उन्होंने कहा कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त संपदा की रक्षा करना जरूरी है़ उन्होंने बताया कि पलास का फूल लू से बचने की अचूक दवा है. यह वर्ष सबसे गर्म वर्ष साबित हो रहा है़ पूरे क्षेत्र में पेयजल, भुखमरी, कुपोषण, पलायन आदि की समस्या है़ बैठक में आये जिले की स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रमुखों एवं प्रतिनिधियों का समर्पण के सचिव इंद्रमणि साहू ने स्वागत किया. बैठक में होली फैमिली के मुन्ना कुमार, घो-घो रानी की विमला देवी, लोक मित्र की पूनम साहू, सवेरा फाउंडेशन के सिवानी सिन्हा, आदर्श फाउंडेशन के राहुल कुमार, हैंड इन हैंड इंडिया के तुलसी कुमार, आरजेएसएस की संगीता कुमारी, ज्ञान विज्ञान समिति के राम रतन अवध्या, वीर झारखंड विकास सेवा मंच के भोला प्रसाद यादव, झारखंड यूथ नेटवर्क के नवनीत कुमार, सेवा भारती के आलोक कुमार सिन्हा, प्रतिमा कुमारी, पिंकी देवी, वैभव कुमार, समन्वयक शंकरलाल राणा, शिक्षक श्रवण कुमार, समर्पण के प्रोग्राम मैनेजर आलोक कुमार सिन्हा, नेहरू युवा केंद्र के परवेज नैयर, सचिन कुमार, कल्याण फाउंडेशन के मेरियन सोरेन, ज्ञान सेवा संस्थान के जितेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद थे़
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