दुमदुमा पहाड़ी पर एक भी सरकारी चापानल नहीं
निजी चापानल का जलस्तर नीचे चला गया है.
सतगावां. कटैया पंचायत के दुमदुमा पहाड़ी पर बसे लोगों को इन दिनों गंभीर पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है. ग्रामीण बताते हैं कि यहां पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है. जो निजी चापानल हैं, उनका जलस्तर नीचे चला गया है. मशक्कत के बाद एक-दो बाल्टी पानी निकल पाता है. यहां पेयजल की व्यवस्था नहीं होने के कारण एक किमी दूर से पानी लाना पड़ता है़ ग्रामीणों की मानें, तो इस टोला में सरकारी स्तर पर एक भी चापानल नहीं लगाया गया है़ गांव के विद्यालय के निकट जलमीनार का निर्माण कराया गया था, लेकिन तीन साल से वह जलमीनार भी खराब पड़ी है़ उमेश प्रसाद यादव, अवधेश कुमार, माधुरी कुमारी, सिम्पु कुमारी, विनोद प्रसाद यादव, जयनंदन प्रसाद यादव, सोनु कुमार, सुभाष कुमार, विजय कुमार, रिया कुमारी, सुमन कुमार, रामनंदन प्रसाद यादव, संगीता देवी, सुमा देवी, राधा देवी, विनय कुमार आदि ने यहां जलापूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है.
सोलर आधारित जलमीनार छह माह से पडी है बेकार
डोमचांच. प्रखंड की ढाब पंचायत में सोलर आधारित जलमीनार छह माह से बेकार पड़ी है़ इस भीषण गर्मी में पंचायत के बेरहोर टोला, मुसहरिया टोला, बुढ़िया टोला, महुआ पहाडी, मड़वाटांड के लोग पानी के संकट से जूझ रहे है़ं इस इलाके के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान हैं. पानी की दूसरी कोई व्यवस्था नहीं होने से लोगों की परेशानी और बढ़ गयी है. ग्रामीणों की माने, तो संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को कई बार इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन इस जलमीनार को दुरुस्त करने की दिशा में किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखायी. यदि इस जलमीनार को दुरुस्त कर दिया जाता है, तो पानी से संबंधित समस्या स्वत: दूर हो जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है