मुकेश सिंह, पांडू (पलामू) : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जुड़े अंधविश्वास ने पलामू के पांडू में एक महिला का जान ले ली. रविवार को पांडू के सिलदिली के टोला सिकनी में 20-25 महिलाओं ने ‘कोरोना माई’ का उपवास रखा था. वशिष्ठ पासवान की पत्नी वैजयंती देवी(40) भी इनमें शामिल थी.
शाम में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गयी. ब्लड प्रेशर लो होने के साथ उसमें लकवा के भी लक्षण दिखने लगे. पेट में दर्द भी था. रात नौ बजे स्थिति गंभीर होने पर परिजन उसे इलाज के लिए मेदिनीनगर ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी.
लोगों ने बताया कि इस गांव में महिलाओं के बीच अफवाह फैली थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए ‘कोरोना माई’ की पूजा करना जरूरी है. जो महिलाएं व्रत करेंगी, उनके खाते में पैसे भी भेजे जायेंगे.
इसी को लेकर सिकनी गांव में 20 से 25 महिलाओं ने उपवास रखा था. उपवास रहने से वैजयंती देवी की तबीयत बिगड़ी और मौत हो गयी. वह मूल रूप से रतनाग की रहनेवाली थी. परिवार के साथ वह सिकनी में रहती थी.