लातेहार : माओवादियों के सब जोनल कमेटी का सदस्य और इनामी सुभाष यादव उर्फ दरोगी यादव उर्फ डाॅक्टर ने शुक्रवार को लातेहार में सरेंडर कर दिया. सुभाष ने एसपी कार्यालय में सरेंडर किया. एसपी धनंजय कुमार सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी. साथ ही एसपी ने सुभाष को 50 हजार रुपये (इनाम की राशि) प्रदान की. उन्होंने बताया कि सुभाष जिले के सेरेनदाग थाना क्षेत्र के हेरहंज गांव का रहनेवाला है.
दूसरी ओर, सुभाष के पिता मुसाफिर यादव ने कहा कि उनका बेटा छह माह पहले सरेंडर कर चुका है. उसे कीनामांड़ स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय में रखा गया था. सरेंडर प्रक्रिया पूरी करने में पुलिस टालमटोल कर रही थी. इस संबंध में पूछे जाने पर एसपी ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया.
वर्ष 2013 में संगठन में हुआ था शामिल : एसपी ने बताया कि वर्ष 2013 में सुभाष यादव संगठन में शामिल हुआ था. कम समय में ही वह सब जोनल कमेटी तक पहुंच गया था.
उसके खिलाफ हेरहंज, लातेहार, किस्को, बगड़ू थाना में कुल आठ मामले दर्ज हैं. इस मौके पर सीआरपीएफ के कमांडेंट पंकज कुमार एवं जिला कल्याण पदाधिकारी रमेश कुमार चौबे, हेरहंज थाना प्रभारी सनोज चौधरी मुख्य रूप से उपस्थित थे.
पत्नी ने दिया था आवेदन : एसपी श्री सिंह ने बताया कि सुभाष की पत्नी धीरन देवी ने आवेदन देकर बताया था कि उसके पति आत्मसमर्पण करना चाहते हैं.
इसके सत्यापन के बाद 16 जून को सुभाष ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया, जिसे मीडिया के सामने पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि सुभाष पर दस लाख रुपये इनाम का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया है. इसका लाभ भी उसे मिलेगा. श्री सिंह ने कहा कि सरकार की सरेंडर पॉलिसी से प्रभावित होकर सुभाष ने सरेंडर किया.
कई बार सीआरपीएफ मुख्यालय में बेटे से मिल चुके हैं : मुसाफिर
नक्सली सुभाष यादव के साथ आये पिता मुसाफिर यादव ने बताया कि उसकाबेटा छह माह पहले सरेंडर कर चुका है. सीआरपीएफ के कीनामांड़ स्थित मुख्यालय में उसे रखा गया था. इस दौरान वह कई बार उससे मिल चुका है.
मुसाफिर यादव के साथ आये सुभाष के रिश्तेदार रामनाथ यादव व केदार यादव ने बताया कि सुभाष के साथ संतोष यादव ने भी सरेंडर किया था, जिसे पुलिस अब तक सामने नहीं ला पायी है. इस संबंध में पूछे जाने पर एसपी ने ऐसी किसी घटना से इनकार कर दिया.