मुठभेड़ के बाद से दहशत में हैं ग्रामीण

लातेहार : सदर थाना क्षेत्र स्थित जेर गांव के बासुदेव टोंगरी जंगल में बुधवार की शाम पुलिस व जेजेएमपी के उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में जेजेएमपी का एरिया कमांडर गुड्डू यादव मारा गया. इसके बाद से जेर, गोदना, बचरा आदि गांवों में दहशत का माहौल है. पुलिस फोर्स अब भी इन गांवों में कैंप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2018 12:50 AM
लातेहार : सदर थाना क्षेत्र स्थित जेर गांव के बासुदेव टोंगरी जंगल में बुधवार की शाम पुलिस व जेजेएमपी के उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में जेजेएमपी का एरिया कमांडर गुड्डू यादव मारा गया. इसके बाद से जेर, गोदना, बचरा आदि गांवों में दहशत का माहौल है. पुलिस फोर्स अब भी इन गांवों में कैंप किये हुए है.
पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनंद को सूचना मिली थी कि गड्डू यादव (कुई, मनिका) का दस्ता किसी बड़े घटना को अंजाम देने के लिए जेर एवं आसपास के इलाके में जमा हो रहा है. इस पर पुुलिस ने ऑपरेशन शुरू किया. बुधवार को पुलिस को सूचना मिली कि जेजेएमपी के उग्रवादी जेर गांव पहुंचने वाले हैं.
इस पर पुलिस सतर्क हो गयी और बासुदेव टोंगरी के नीचे बिरसा उरांव के घर के पास घात लगा कर बैठ गयी. इसके बाद उग्रवादियों का दस्ता वहां पहुंचा और पुलिस को देखते ही ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. बुधवार की पूरी रात रुक-रुक कर फायरिंगहोती रही. गुरुवार के तड़के एक उग्रवादी का शव मिला. बाद में उसकी पहचान जेजेएमपी के एरिया कमांडर गुड्डू यादव के रूप में की गयी.
डीआइजी व एसपी पहुंचे घटना स्थल : सूचना मिलने के बाद पलामू प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक विपुल शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनंद घटना स्थल पहुंचे. डीआइजी श्री शुक्ला ने जवानों की हौसला अफजाई की और उन्हें बधाई दी. श्री शुक्ला ने कहा कि यह लातेहार पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि मुठभेड़ में शामिल सभी पुलिस जवानों को पांच-पांच हजार का इनाम दिया जायेगा.
दंडाधिकारी की मौजूदगी में शव लाया गया : अनुमंडल दंडाधिकारी जय प्रकाश झा की मौजूदगी में पुलिस गुड्डू के शव को लेकर लातेहार सदर अस्पताल पहुंची. सूचना मिलने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी श्री झा एवं अंचलाधिकारी हरीश कुमार घटना पहुंचे.
बूढ़ा पहाड़ को जोड़ता है बासुदेव टोंगरी : जेजेएमपी के उग्रवादी जिस रास्ते से जेर गांव उतर रहे थे, वह रास्ता मून पहाड़ बोखाखाड़ होते हुए बूढ़ा पहाड़ को जोड़ता है. इस रास्ते पर पुलिस व माओवादियों के बीच भी कई बार मुठभेड़ हो चुकी है.

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