लातेहार : दबंगों ने दो दिनों तक नहीं करने दिया महिला का अंतिम संस्कार
लातेहार : सदर थाना क्षेत्र की कैमा पंचायत के बानोदाग टोला में सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है. बानोदाग निवासी कलावती देवी (56) का निधन मंगलवार की दोपहर हो गया था. जब परिवार वाले शाम करीब चार बजे अंतिम संस्कार के लिए उसकी अर्थी सजाने लगे तो गांव के ही कुछ दबंग आ धमके और […]
लातेहार : सदर थाना क्षेत्र की कैमा पंचायत के बानोदाग टोला में सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है. बानोदाग निवासी कलावती देवी (56) का निधन मंगलवार की दोपहर हो गया था.
जब परिवार वाले शाम करीब चार बजे अंतिम संस्कार के लिए उसकी अर्थी सजाने लगे तो गांव के ही कुछ दबंग आ धमके और शव को उठाने पर रोक लगा दी. परिजनों ने जब कारण पूछा तो दबंगों ने टाना धर्म के अनुसार क्रिया कर्म नहीं करने का फरमान जारी किया और कहा कि उनलोगों ने अपना धर्म त्याग कर दूसरा धर्म अपना लिया है, इसलिए श्मशान घाट में दाह संस्कार नहीं करने देंगे.
भुक्तभोगियों ने जब फरमान को मानने से इनकार कर दिया तो दबंग काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटा कर घंटी बजाने और शंखनाद करने लगे. अंतत: भुक्तभोगियों को शव को घर के अंदर घुसाना पड़ा और दाह संस्कार स्थगित करना पड़ा. पिछले दो दिनों से मृतका के परिजन और दबंगों के साथ अंतिम संस्कार को लेकर तनातनी कायम रही.
यहां तक कि गांव के लोगों ने पारी बांट कर उसके घर पर पहरा बैठा दिया ताकि रात में या चुपके से ये लोग शव को श्मशान तक नहीं ले जाने पायें.
गुरुवार को जब मामले की भनक पंचायत और पुलिस को लगी, तब पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों को बैठा कर वार्ता की गयी. तब जाकर मृतका का अंतिम संस्कार किया जा सका.
इधर दो दिन तक अंतिम संस्कार नहीं होने के कारण शव से दुर्गंध उठने लगी थी और मृतका का चेहरा विभत्स हो गया था. पुत्री सुनीला देवी ने बताया कि उसकी मां लकवाग्रस्त थी और बीमार रहती थी. धर्म परिवर्तन से नाराज होकर गांव के कुछ लोगों ने उसके परिवार वालों के साथ भी झंझट की थी. इसे लेकर पिछले तीन-चार महीनों से अदालत में केस भी चल रहा है.
मामले की जांच करायी जा रही है: डीएसपी
इस मामले में पूछे जाने पर डीएसपी अनुज उरांव ने कहा कि पुलिस को जैसे ही खबर मिली, कैमा गांव जा कर शव का अंतिम संस्कार कराया गया. उरांव ने कहा कि मामले की जांच करायी जा रही है और यदि कोई दोषी पाया जाता है तो विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.