जल संकट से निजात नहीं
बरवाडीह : प्रखंड मुख्यालय में लाभकारी शहरी जलापूर्ति योजना अब तक शुरू नहीं की गयी है. इससे यहां के लोगों को पानी की समस्या से प्रत्येक वर्ष जूझना पड़ता है. प्रखंड मुख्यालय में 10 वर्ष से अधिक समय से शहरी जलापूर्ति योजना प्रारंभ करने की अनुमति प्राप्त हुई है. इस बाबत पूर्व में कई बार […]
बरवाडीह : प्रखंड मुख्यालय में लाभकारी शहरी जलापूर्ति योजना अब तक शुरू नहीं की गयी है. इससे यहां के लोगों को पानी की समस्या से प्रत्येक वर्ष जूझना पड़ता है. प्रखंड मुख्यालय में 10 वर्ष से अधिक समय से शहरी जलापूर्ति योजना प्रारंभ करने की अनुमति प्राप्त हुई है.
इस बाबत पूर्व में कई बार काम भी लगाये गये, लेकिन कतिपय कारणों ने प्रखंड में अब तक शहरी जलापूर्ति योजना प्रारंभ नहीं हो सकी. शहरी जलापूर्ति हेतु प्रखंड में पाइप समेत कई सामान की आपूर्ति की गयी है, जो अब तक बेकार पड़ा हुआ है.
25 हजार से अधिक आबादी वाले प्रखंड मुख्यालय बरवाडीह में जलापूर्ति हेतु चापानल ही एकमात्र सहारा है. प्रखंड में जलापूर्ति योजना प्रारंभ करने हेतु यहां के जनप्रतिनिधि भी मौन साधे हुए हैं.
रेलवे क्षेत्र में भी जलापूर्ति की समस्या : रेलवे क्षेत्र में कोयल नदी से जलापूर्ति की जाती है. लेकिन कोयल नदी सूखने के साथ यहां भी प्रत्येक वर्ष जलापूर्ति की समस्या उत्पन्न हो जाती है. रेलवे क्षेत्र में जलापूर्ति हेतु बनायी गयी जलमीनार बेकार साबित हो रही है.
जलापूर्ति व्यवस्था चरमरायी : प्रखंड मुख्यालय में 50 वर्ष से अधिक पुरानी जीर्ण शीर्ण व्यवस्था से कुछ घरों में दूषित जलापूर्ति की जाती है. नदी का दूषित जल व नाममात्र का पानी मिलने से एक दर्जन से अधिक उपभोक्ता भी अब इससे परेशान है. ग्रामीणों द्वारा विभाग से इस व्यवस्था में भी सुधार की मांग की गयी, लेकिन पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया है.