ग्रामीण एकजुट, कचरा प्लांट नहीं लगाने देने का निर्णय
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बैठक कर लिया निर्णय
ग्रामीणों का दावा: हरखा के अलावा मोंगर और गोवा गांव भी इससे प्रभावित होगा
प्रशासन द्वारा जबरन कचरा प्लांट लगाने पर गांव वाले करेंगे पलायन
लातेहार : शहर का कचरा पास के हरखा गांव में फेंके जाने और कचरा प्लांट लगाने के खिलाफ ग्रामीण गोलबंद होने लगे हैं. हरखा में कचरा प्लांट नहीं लगाने दिये जाने को लेकर सोमवार को चंचल स्वयं सहायता समूह की सदस्य मालती देवी की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में गांव में कचरा प्लांट लगाने का विरोध किया. वहीं सर्वसम्मति से नौ प्रस्ताव पारित किये गये.
प्रस्ताव में बताया गया है कि गांव से तीन सौ फीट की दूरी पर कचरा प्लांट लगाया जा रहा है जिसके कारण औरंगा नदी का पानी दूषित होगा, प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित होगा, पिछले साल अगस्त माह में कचरा हरखा गांव में फेंका गया था, जिसके कारण विद्यालय और आंगनबाड़ी के बच्चों की तबीयत खराब हो गयी थी और कचरा के दुर्गंध से बच्चों ने मध्याह्न भोजन भी खाना बंद कर दिया था.
प्रस्ताव में कहा गया कि हरखा के अलावा मोंगर और गोवा गांव भी इससे प्रभावित होगा. ग्रामीणों ने कहा कि जिला प्रशासन जबरन कचरा प्लांट लगायेगा तो मजबूरन हम सभी गांव से पलायन कर जायेंगे जिसकी सारी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी. बैठक में रेखा देवी, बबीता देवी, मानो देवी, कोशिला देवी, पानमती देवी, पुष्पा देवी, संगीता देवी, विमला देवी, अनीता देवी, मानती देवी, राखी देवी, सरिता देवी, सुनीता देवी, सुमित्रा कुअंर, कुंती देवी, धर्मशीला देवी, नागेंद्र कुमार सिंह, नरेश यादव, रघुनाथ यादव, कमलेश राम समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.