स्टॉक में सिर्फ आठ यूनिट रक्त
लातेहार : सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक आज मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है. इसकी शुरुआत 2005 में हुई थी. ब्लड बैंक कई बार संक्रमण की दौर से गुजरा है. रेडक्राॅस सोसाइटी ने शुरू में ब्लड बैंक को व्यवस्थित करने का पूरा प्रयास किया, लेकिन सरकार की उदासीनता से रेडक्राॅस ने अपने आप […]
लातेहार : सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक आज मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है. इसकी शुरुआत 2005 में हुई थी. ब्लड बैंक कई बार संक्रमण की दौर से गुजरा है. रेडक्राॅस सोसाइटी ने शुरू में ब्लड बैंक को व्यवस्थित करने का पूरा प्रयास किया, लेकिन सरकार की उदासीनता से रेडक्राॅस ने अपने आप को ब्लड बैंक के संचालन से किनारा कर लिया.
शुरू में ब्लड बैंक में सबसे बड़ी समस्या बिजली की थी. नियमित बिजली नहीं होने से ब्लड बैंक में रक्त संग्रह नहीं हो पा रहा था. वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से ब्लड बैंक कई बार चालू हुआ और बंद हुआ. जब दो वर्ष पूर्व सदर अस्पताल में सोलर की व्यवस्था हुई, तब ब्लड बैंक को सोलर सिस्टम से जोड़ दिया गया. इसके बाद बैंक में नियमित बिजली मिलने लगी. तब से ब्लड बैंक सुचारु रूप से संचालित हो रहा है. हालांकि, बैंक में रक्त की कमी हमेशा बनी रहती है.