सिंचाई के लिए बनाये गये कुआं पर निर्भर है पूरा गांव
गांव में लगे तीनों चापानल पड़े हैं वर्षों से खराब गांव में पांच वर्ष पहले लगा था बिजली का पोल व ट्रांसफॉर्मर, लेकिन आज तक नहीं पहुंची बिजली गारू/सरयू (लातेहार) : नक्सल प्रभावित गारू प्रखंड का गोताग गांव सरकारी सुविधाओं से वंचित है. गोताग के ग्रामीण आज भी पेयजल, बिजली, सड़क एवं प्रधानमंत्री आवास आदि […]
गांव में लगे तीनों चापानल पड़े हैं वर्षों से खराब
गांव में पांच वर्ष पहले लगा था बिजली का पोल व ट्रांसफॉर्मर, लेकिन आज तक नहीं पहुंची बिजली
गारू/सरयू (लातेहार) : नक्सल प्रभावित गारू प्रखंड का गोताग गांव सरकारी सुविधाओं से वंचित है. गोताग के ग्रामीण आज भी पेयजल, बिजली, सड़क एवं प्रधानमंत्री आवास आदि से वंचित हैं.
प्रखंड मुख्यालय से 28 किमी एवं सरयू टीओपी से आठ किमी दूर लातेहार एवं लोहरदगा की सीमा पर गोताग गांव है. 30 परिवारों की आबादी वाले इस गांव में करीब 250 लोग रहते हैं. गांव में आदिम जनजाति व अनुसूचित जनजाति की बहुलता है. हैरत की बात है कि ग्रामीणों को पीने का पानी मयस्सर नहीं है. लोग सिंचाई के लिए बनाये गये कुआं पर निर्भर हैं.
गांव में लगे दो चापानल वर्षों से खराब हैं. प्राथमिक विद्यालय का चापानल भी विगत वर्ष से खराब पड़ा है. गांव में बिजली का पोल पांच वर्ष पूर्व गाड़ कर तार लटका दिया गया है, दो ट्रांसफॉर्मर भी लगाये गये हैं, लेकिन ग्रामीणों को बिजली आज तक नसीब नहीं हो सकी.