अनुदानित खाद्यान्न व केरोसिन की कालाबाजारी जोरों पर

कालाबाजारी रोकने में विभाग पूरी तरह विफलचंदवा : गरीबों को अनुदानित मूल्य पर जविप्र के माध्यम से मिलने वाले खाद्यान्न व केरोसिन की कालाबाजारी इन दिनों चरम पर है. बिचौलिये पूरी वितरण व्यवस्था पर काबिज हैं. आपूर्ति विभाग के अधिकारी भी इस कालाबाजारी को रोकने में पूरी तरह विफल हैं. प्रखंड के 17 पंचायत को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:48 PM

कालाबाजारी रोकने में विभाग पूरी तरह विफल
चंदवा : गरीबों को अनुदानित मूल्य पर जविप्र के माध्यम से मिलने वाले खाद्यान्न व केरोसिन की कालाबाजारी इन दिनों चरम पर है. बिचौलिये पूरी वितरण व्यवस्था पर काबिज हैं. आपूर्ति विभाग के अधिकारी भी इस कालाबाजारी को रोकने में पूरी तरह विफल हैं. प्रखंड के 17 पंचायत को मिला कर जविप्र की 81 दुकान हैं.

इनमें से दो दुकान निलंबित है. जिन्हें दूसरे दुकान से टैग कर दिया गया है. फिलहाल डीलरों को प्रत्येक माह की एक से तीन तिथि तक खाद्यान्न दिया जाता है. संवेदक राजेश कुमार को दूसरी बार डोर स्टेप डिलिवरी की जिम्मेवारी सौंपी गयी है.

दो डीलरों ने नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया कि डोर स्टेप डिलिवरी की आड़ में कालाबाजारी का धंधा फल-फूल रहा है. जो वाहन चंदवा गोदाम से डीलरों का खाद्यान्न लेकर जाते हैं, उस पर प्लास्टिक का सफेद बैग व स्टीचिंग मशीन रहता है. डीलरों से खाद्यान्न लेकर उसी सफेद बैग में पलटी कर सिल दिया जाता है.

पुन: वही ट्रक कालाबाजारियों का माल लेकर गोदाम में अनलोड कर देता है. इसकी शिकायत व सूचना के बाद भी आपूर्ति पदाधिकारी श्री कांत पाल कार्रवाई करने में अक्षम साबित हो रहे हैं. लोगों ने मामले की सूचना जिला आपूर्ति पदाधिकारी शैल प्रभा कुजूर को दे दी है.

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