जहां गो माता, वहीं सब कुछ : विश्व विजय

26 चांद 7 : प्रवचन देते विश्व विजय व अन्यदो दिनी गो वर्धन सह गो कथा का समापनप्रतिनिधि, चंदवाविश्व उत्थान गो वर्धन अभियान, पटना के संस्थापक भारत गो रत्न विश्व विजय जी ने कहा कि गो का दूध अमृत के समान है. इसके मूत्र व गोबर से कई दवाएं बनती है. जिससे शरीर आरोग्य होता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2014 7:03 PM

26 चांद 7 : प्रवचन देते विश्व विजय व अन्यदो दिनी गो वर्धन सह गो कथा का समापनप्रतिनिधि, चंदवाविश्व उत्थान गो वर्धन अभियान, पटना के संस्थापक भारत गो रत्न विश्व विजय जी ने कहा कि गो का दूध अमृत के समान है. इसके मूत्र व गोबर से कई दवाएं बनती है. जिससे शरीर आरोग्य होता है. जहां गो माता हैं, वहां सब कुछ विद्यमान रहता है. मनुष्य को हर बाधा से मुक्ति मिलती है. श्री विजय गेंदाराम स्मृति भवन में आयोजित दो दिनी गो वर्धन यज्ञ सह गो कथा में बोल रहे थे. उन्होंने गो महिमा पर विस्तार से चर्चा की. लोगों से गो सेवा का आह्वान किया. रमेश विद्यार्थी ने कहा कि गो हमारी माता है. इसके सभी अंगों में ईश्वर का निवास है. गो उत्पाद से हमें स्वर्ण तत्व की प्राप्ति होती है. गो संवर्धन से ही राष्ट्र प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा. शुक्रवार को गो पूजन के पश्चात कथा का समापन हुआ. आरती व हवन के पश्चात विचार गोष्ठी आयोजित की गयी. मौके पर राम करण साहू, सुनील कुमार, विजय कुमार रंजीत, प्रमोद दुबे, सविता देवी समेत कई लोग मौजूद थे. 20-26 फरवरी 2015 से विराट गो वर्धन महायज्ञ का निर्णय लिया गया. वहीं 29 दिसंबर को बुध बाजार मंदिर में श्रद्धालुओं की बैठक बुलायी गयी है.

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