कुजरूम गांव से विस्थापित नहीं होेंगे 33 परिवार
ग्रामीणों के विरोध के बाद विभाग ने लिया निर्णय
लातेहार. पलामू व्याघ्र परियोजना दक्षिणी प्रमंडल के उप निदेशक कुमार आशीष ने प्रखंड के कुजरूम गांव के लोगों द्वारा सरकार की पुनर्वास योजना का विरोध करने बाद पुनर्वास योजना की राशि वापस करने के लिए मुख्य वन संरक्षक व परियोजना के क्षेत्र निदेशक को पत्र लिखा है. उप निदेशक ने बताया कि कुजरूम के ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से वर्ष 2019 में पुनर्वास पर सहमति जतायी थी. इसके बाद पुनर्वास के लिए आवश्यक राशि की मांग और वन भूमि उपयोग हेतु प्रस्ताव भेजा गया था. सरकार द्वारा पुनर्वास की स्वीकृति मिलने पर फरवरी 2024 में कुजरूम के ग्रामीणों के साथ बैठक कर गारू प्रखंड के लाई पैलापत्थर में पुनर्वास प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया. उन्होंने बताया कि लाई पैलापत्थर गांव के ग्रामीणों द्वारा भूमि हस्तांतरण करने का विरोध के कारण पुनर्वास नहीं हो सका. इसके बाद अप्रैल 2024 में पलामू के पोलपोल गांव में ग्रामीणों की आम सहमति के बाद पुनर्वास का निर्णय लिया गया. वर्तमान में कुजरूम के 23 परिवार के लोगों को पुनर्वास के लिए भूमि का मालिकाना हक दिया गया है. शेष 33 परिवार के पुनर्वास की प्रकिया चल रही थी, लेकिन ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि 21 जून को कुजरूम गांव में ग्रामीणों के साथ वार्ता की गयी, जिसमें पुनर्वास के लिए ग्रामीणों ने अपनी असहमति जतायी. इसके बाद विभाग द्वारा पुनर्वास नहीं करने का निर्णय लिया गया है. उप निदेशक ने रेंजर तरुण कुमार सिंह को पत्र लिखकर कुजरूम गांव के ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि कुजरूम गांव में पेयजल व्यवस्था, रोजगार का अभाव दूर करने, पक्की संरचनाएं, सड़क, कुआं आदि पर कोई रोक नहीं लगाने को कहा है.
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