मैदान बन गयी है पहाड़ी
सोतम-ललगड़ी पहाड़ी पर अवैध उत्खननप्रतिनिधि, लातेहारजिला मुख्यालय से सटी सोतम ललगड़ी ग्राम की पहाड़ी पर आज नाममात्र के पत्थर बचे हैं. 1980-90 के दशक में सोतम-ललगड़ी मिट्टी-मोरम पथ के निर्माण के वक्त पहाड़ी पर उत्खनन प्रारंभ हुआ था. आज स्थिति यह है कि इस पहाड़ी का अस्तित्व ही समाप्त हो गया है. बगैर किसी लीज […]
सोतम-ललगड़ी पहाड़ी पर अवैध उत्खननप्रतिनिधि, लातेहारजिला मुख्यालय से सटी सोतम ललगड़ी ग्राम की पहाड़ी पर आज नाममात्र के पत्थर बचे हैं. 1980-90 के दशक में सोतम-ललगड़ी मिट्टी-मोरम पथ के निर्माण के वक्त पहाड़ी पर उत्खनन प्रारंभ हुआ था. आज स्थिति यह है कि इस पहाड़ी का अस्तित्व ही समाप्त हो गया है. बगैर किसी लीज व पर्यावरणीय एनओसी के ही लगातार पत्थर तोड़ा जा रहा है. पत्थर टूटने से पहाड़ी ने अब मैदान की शक्ल ले ली है. कभी इस पहाड़ी पर हजारों पेड़ थे.क्या कहते हैं खनन अधिकारीइस संबंध में सहायक खनन पदाधिकारी विशेश्वर राम ने कहा कि उन्हें भी इस तरह की जानकारी मिली है. सोतम-ललगड़ी में क्रशर का कोई लाइसेंस खनन विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है.हैंड ब्रोकेन चिप्स बनाने में होता है उपयोगललगड़ी पहाड़ी के पत्थर का उपयोग अधिकतर हैंड ब्रोकेन चिप्स बनानेवाले करते हैं. सक्रिय माफियाओं का गिरोह दर्जनों मजदूरों को साइट पर लगा कर सुरक्षित ठिकाने से धंधे का संचालन करता है. बताया जाता है कि ग्रेड वन सड़क निर्माण करनेवाले ग्रामीण ठेकेदार व बिचौलिये इन अवैध उत्खनन के पत्थरों का उपयोग करते हैं.