बेतला में फिर दिखा बाघ
बेतला : पलामू टाइगर रिजर्व अंतर्गत बेतला नेशनल पार्क में फिर बाघ दिखा है. कैमरा ट्रैप के माध्यम से नौ मार्च को इसकी तसवीर ली गयी है. वनकर्मियों द्वारा भी प्रत्यक्ष बाघ देखा गया. साथ ही बाघ के पांव के निशान कई जगहों पर मिले हैं. बाध द्वारा मारे गये मवेशी व हिरण की भी […]
बेतला : पलामू टाइगर रिजर्व अंतर्गत बेतला नेशनल पार्क में फिर बाघ दिखा है. कैमरा ट्रैप के माध्यम से नौ मार्च को इसकी तसवीर ली गयी है. वनकर्मियों द्वारा भी प्रत्यक्ष बाघ देखा गया. साथ ही बाघ के पांव के निशान कई जगहों पर मिले हैं. बाध द्वारा मारे गये मवेशी व हिरण की भी तसवीर ली गयी है. पूर्व में छह मार्च को बाघ देखा गया था.
जंगली जानवरों पर नजर रखने के साथ-साथ प्रमाण प्रस्तुत करने का सशक्त माध्यम कैमरा ट्रैप बन गया है. पूरे इलाके में लगाये गये कैमरा ट्रैप के माध्यम से बाघ की स्पष्ट तसवीर आ रही है. पूर्व में बाघ की गतिविधि की नजर उसके पांव के निशान व मल से की जाती थी, जो उतना प्रमाणिक नहीं था.
कैमरा ट्रैप स्वचालित कैमरा है, जो एक्टिव रहने पर अपने सामने आने वाले किसी भी जीव-जंतु की तसवीर खींच लेता है. रात में फ्लैश द्वारा तसवीर ली जाती है. इसे जंगल में किसी पेड के सहारे लगाया जाता है. कभी-कभी फ्लैश होने पर जानवरों द्वारा कैमरा ट्रैप को तोड़ दिया जाता है. पलामू टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में करीब 15 व बफर एरिया में 25 कैमरा ट्रैप लगाये गये हैं. प्रत्येक दिन वनकर्मी द्वारा कैमरा ट्रैप में ली गयी तसवीर की जांच की जाती है.