1…वाहन नहीं चले, बाजार बंद रहे
25 लेट 1- सुनसान पड़ा एनएच-75माओवादी बंदलातेहार. माओवादियों द्वारा आहूत दो दिवसीय बंद के पहले दिन एनएच-75 पर मालवाहक एवं यात्री बसों का परिचालन नहीं हुआ. हालांकि बराती एवं कुछेक छोटे वाहनों का परिचालन होते अवश्य देखा गया. जिला मुख्यालय स्थित सभी सरकारी कार्यालय खुले थे, लेकिन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति शून्य थी. समाहरणालय […]
25 लेट 1- सुनसान पड़ा एनएच-75माओवादी बंदलातेहार. माओवादियों द्वारा आहूत दो दिवसीय बंद के पहले दिन एनएच-75 पर मालवाहक एवं यात्री बसों का परिचालन नहीं हुआ. हालांकि बराती एवं कुछेक छोटे वाहनों का परिचालन होते अवश्य देखा गया. जिला मुख्यालय स्थित सभी सरकारी कार्यालय खुले थे, लेकिन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति शून्य थी. समाहरणालय स्थित सभी कार्यालयों में सन्नाटा पसरा था. कचहरी परिसर में भी अन्य दिनों की अपेक्षा भीड़भाड़ कम दिखी. यही हाल प्रखंड सह अंचल कार्यालय का भी था. लोगों की आवाजाही बहुत कम थी. बस नहीं चलने के कारण बस स्टैंड वीरान दिखे. ग्रामीण क्षेत्रों से जिला मुख्यालय तक चलनेवाले छोटे वाहनों का भी परिचालन नहीं के बराबर हुआ. जुबली चौक, बाइपास, पुराना बस स्टैंड एवं माको मोड़ स्थित छोटे वाहन पड़ाव सुनसान दिखे. करीब सभी बैंक व बीमा कंपनियों के कार्यालय खुले थे. कई बैंकों में अंदर से ताला बंद कर काम होते देखा गया. बंद के कारण बाजार में ग्राहकों की उपस्थिति कम देखी गयी.छापामारी अभियान : पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा के निर्देश पर जिला मुख्यालय समेत अन्य थाना क्षेत्रों में सघन छापामारी अभियान चलाया गया. पुलिस ने संवेदनशील एवं माओवादियों के संभावित ठिकानों पर छापामारी की.