ओके ..पहली बरसात में ही पड़ी दरार
फ्लायर….सरयू एक्शन प्लान के तहत बनी एप्रोच पथ का सच2015 जून में निर्माण कार्य पूरा हुआ थाडेढ़ करोड़ की लागत से बनी थीसंवेदक ने पेटी कांट्रेक्ट पर स्थानीय युवकों को दिया था कामप्रतिनिधि, लातेहारसरयू नाला पर पथ निर्माण विभाग द्वारा डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से पुलिया एवं एप्रोच पथ का निर्माण कराया गया है. […]
फ्लायर….सरयू एक्शन प्लान के तहत बनी एप्रोच पथ का सच2015 जून में निर्माण कार्य पूरा हुआ थाडेढ़ करोड़ की लागत से बनी थीसंवेदक ने पेटी कांट्रेक्ट पर स्थानीय युवकों को दिया था कामप्रतिनिधि, लातेहारसरयू नाला पर पथ निर्माण विभाग द्वारा डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से पुलिया एवं एप्रोच पथ का निर्माण कराया गया है. लेकिन यह पथ पहली बरसात भी नहीं झेल पायी. बारिश के बाद पथ में कई जगह दरार पड़ गयी है और वहां सड़क धंस रही है. 2013 में इस कार्य की निविदा प्रकाशित की गयी थी. 2015 के जून माह में पुलिया एवं एप्रोच पथ का निर्माण कार्य पूरा हुआ था. संवेदक अशोक कुमार मल्होत्रा ने इस कार्य को पेटी कांट्रेक्ट पर स्थानीय युवकों को दे दिया था. स्थानीय लोगों का कहना है कि पेटी पर काम करने वाले युवक अनुभवहीन थे. उन लोगों ने प्राक्कलन को दरकिनार कर काम पूरा किया. इस संबंध में जानकारी के लिए पथ निर्माण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता हेलन भेंगरा से पक्ष लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.पहले भी कार्य की गुणवत्ता पर उठे हैं सवालकेंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी सरयू एक्शन प्लान के तहत कराये जा रहे सड़क व पुल निर्माण कार्य में पहले भी सवाल उठ चुके हैं. सड़क निर्माण में वन भूमि व नदियों के आसपास से अवैध उत्खनन किये हुए पत्थर व निम्न स्तरीय मेटल का प्रयोग करने का मामला सामने आ चुका है. शिकायत मिलने पर उप विकास आयुक्त शकील जब्बार ने सड़क निर्माण का निरीक्षण भी किया था.