स्वतंत्रता सेनानी रामलखन दास की अंत्येष्टि

लातेहार : स्वतंत्रता सेनानी राम लखन दास शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गये. राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि औरंगा नदी स्थित मुक्तिधाम में हुई. उनके कनिष्ठ पुत्र प्रवीण दास ने मुखाग्नि दी. इस दौरान जिला पुलिस के जवानों ने शस्त्र झुका कर स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि दी. जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पुष्प […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2015 3:45 AM

लातेहार : स्वतंत्रता सेनानी राम लखन दास शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गये. राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि औरंगा नदी स्थित मुक्तिधाम में हुई. उनके कनिष्ठ पुत्र प्रवीण दास ने मुखाग्नि दी. इस दौरान जिला पुलिस के जवानों ने शस्त्र झुका कर स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि दी.

जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पुष्प अर्पित किये. अंतिम संस्कार में पूर्व मंत्री बैद्यनाथ राम, मनिका विधायक हरिकृष्ण सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष सुशील कुमार अग्रवाल, नगर पंचायत उपाध्यक्ष नवीन कुमार सिन्हा, प्रखंड विकास पदाधिकारी उत्तम प्रसाद, अंचलाधिकारीललन कुमार, पुलिस उपाधीक्षक एम हसन, पुलिस निरीक्षक मिथिलेश कुमार सिंह के अलावा महेंद्र प्रसाद गुप्ता, भाजपा नेता राजधनी प्रसाद यादव, मोहर सिंह यादव, कुंती देवी, राकेश कुमार दुबे, आनंद सिंह, बद्री प्रसाद, विजय प्रसाद, लक्ष्मी प्रसाद, रामधनी साव, गया प्रसाद अग्रवाल, उमेश प्रसाद गुप्ता समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए. गुरुवार की रात करीब साढ़े नौ बजे हृदयगति रुक जाने से रामलखन दास का देहावसान हो गया था. उनकी उम्र 95 वर्ष थी.

* कलाकार थे रामलखन दास
स्वतंत्रता सेनानी रामलखन दास एक निपुण कलाकार थे. आजादी के दिनों में लातेहार में स्थापित नाटक मंडली के संस्थापक सदस्यों में शामिल थे. प्रतिदिन सहयोगियों के साथ प्रभात फेरी में निकलते थे. उनके सहयोगी भजन गाते थे और वे हारमोनियम बजाते थे.
* गो वध के खिलाफ मुखर थे
स्वतंत्रता सेनानी रामलखन दास ने गो वध के खिलाफ कई बार केंद्र सरकार से पत्राचार किया था. कई वर्ष पहले प्रभात खबर को दिये गये एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि भारत में गो वध पूर्णत: प्रतिबंधित होना चाहिए. देश के गो वध शालाओं को बंद किया जाना चाहिए.

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