काम हुआ नहीं, राशि निकल गयी

गारू : प्रखंड के चोरहा पंचायत के नक्सल प्रभावित गोतांग गांव में मनरेगा की कई योजनाएं कागज पर सिमट कर रह गयी है. रोड, बांध निर्माण व जीर्णोद्धार, सिंचाई कूप निर्माण, इंदिरा आवास, बिरसा आवास, स्ट्रीट लाइट आदि लगाने के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर दिये गये, लेकिन धरातल पर कुछ भी देखने को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2015 2:05 AM

गारू : प्रखंड के चोरहा पंचायत के नक्सल प्रभावित गोतांग गांव में मनरेगा की कई योजनाएं कागज पर सिमट कर रह गयी है. रोड, बांध निर्माण व जीर्णोद्धार, सिंचाई कूप निर्माण, इंदिरा आवास, बिरसा आवास, स्ट्रीट लाइट आदि लगाने के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर दिये गये, लेकिन धरातल पर कुछ भी देखने को नहीं है.

ग्रामीणों का आरोप है कि मुखिया, रोजगार सेवक व मेठ मिल कर विकास की राशि हजम कर गये. गोतांग स्कूल से चौपत नाला तक रोड निर्माण (योजना संख्या 3/2009-10) एवं गोतांग चबूतरा से बृजियाटोला तक ग्रेड वन पथ निर्माण (योजना सं 13/2009-10) क्रमश: 987300 एवं नौ लाख 54 हजार की लागत से कराया जाना था. मगर बिना निर्माण कराये ही राशि की निकासी कर ली गयी.

इसके अलावा खजूर बांध जीर्णोद्धार के नाम पर भी पैसे का गबन कर लिया गया. इस संबंध में पंचायत के मुखिया फुलदेव उरांव ने बताया कि योजना में काम नहीं हुआ, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. इसके लिए मेठ जिम्मेवार है. रोजगार सेवक राजन प्रसाद ने बताया कि योजना में काम हुआ. रेकर्ड में फोटो व अन्य बातें देख सकते हैं. मेठ से भी पूछ सकते हैं.

वहीं मेठ निर्मल उरांव ने बताया कि पंचायत सेवक, मुखिया एवं रोजगार सेवक से मिल कर जैसा बोला गया, वैसे किया. मनरेगा के बीपीअो रक्षा सिंह ने कहा कि काम उनके समय का नहीं है. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. इधर, बीडीअो देवराम भगत ने कहा कि गांव में कार्य नहीं किये का पता जांच से ही चल सकेगा.

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